वीडियो पोस्ट करने वाले जवान का आरोप, अब मुझे प्लम्बर की ड्यूटी पर भेजा गया

नई दिल्ली। बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। जहां बीएसएफ ने शिकायत की जांच शुरू कर दी है वहीं तेज बहादुर का कहना है कि वह अन्याय के लिए संघर्ष करता रहेगा और पूरा देश उसके साथ है। तेज बहादुर ने कहा कि वीडियो सामने आने के बाद मुझे बटालियन मुख्यालय लाया गया जहां कमांडेंट मुझे प्लम्बर की ड्यूटी पर लगा दिया।तेज बहादुर ने पीएम नरेंद्र मोदी से भी मामले में दखल देने की मांग की है। बीएसएफ अधिकारियों की टीम पूंछ मंडी क्षेत्र में तैनात 29 बटालियन बीएसएफ के जवान से मिलने पहुंची।

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तेज बहादुर ने न्यूज 18 इंडिया से बात करते हुए बताया कि यह वीडियो पोस्ट करने से पहले अपने वरिष्ठ कमांडरों को भोजन से संबंधित शिकायत की लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया जिसके बाद मुझे इस वीडियो को पोस्ट करना पड़ा। तेज बहादुर ने कहा कि वीडियो सामने आने के बाद मुझे बटालियन मुख्यालय लाया गया जहां कमांडेंट मुझे प्लम्बर की ड्यूटी पर लगा दिया। लेकिन कोई भी ड्यूटी दी जाए हम इसका विरोध नहीं कर सकते। इससे पहले भी मैंने प्लम्बर की ड्यूटी की है।

वहीं, बीएसएफ ने तेज बहादुर पर भी आरोप लगाए हैं। उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि अपने 20 साल के करियर में उन्हें कई बार सख्त सजा भी दी गई है। इस पर तेज बहादुर ने कहा कि गलतियाँ सब करते हैं और सभी जवानों को इसकी सजा भी मिलती है। लेकिन मैंने सज़ा पामे के बाद खुद में सुधार भी किया है। अपनी गलतियों के बाद मुझे अपने काम के लिए 14 पुरस्कार मिले हैं और मैंने देश के लिए अच्छे काम भी किए हैं। तेज बहादुर ने कहा कि मैं चाहता हूँ इस मामले की जांच सीबीआई या एनआईए करे जिससे इस मामले की निष्पक्ष जांच हो।