वीडियो में देखिए, साइक्लोन फोनी ने ओडिशा में कैसे मचाई तबाही?

175 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार की प्रचंड हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ने शुक्रवार की सुबह ओड़िशा तट पर दस्तक दी। कई जगहों पर तूफान की गति 225 किमी/घंटे तक रही। इस दौरान भारी बारिश भी हुई।

कई पेड़ उखड़ गये, कई घर तबाह हो गये। प्रभावित क्षेत्रों में एहतियातन रेल, सड़क और हवाई यातायात को शनिवार तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।

ओड़िशा में आयी तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूबे के मुख्‍यमंत्री नवीन पटनायक से बात की। पीएम मोदी ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि मैंने मुख्‍यमंत्री नवीन पटनायक जी से बात की है और फोनी तूफान को लेकर चर्चा की है।

मैंने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है. पूरा देश तूफान से प्रभावित हुइए लोगों के साथ खड़ा है। अगले ट्वीट में उन्होंने कहा कि 6 मई की सुबह मैं ओडिशा जाऊंगा और हालात के का जायजा लूंगा।

https://twitter.com/fayedsouza/status/1124297946948939776?s=19

आपको बता दें कि तीर्थनगरी पुरी व भुवनेश्वर में तूफान ने काफी तबाही मचायी है। भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन की छत, दीवारें, होर्डिंग्स हवा में उड़ गये। शुक्रवार की शाम तक आठ लोगों की जान जा चुकी है और 160 लोग घायल हुए हैं। 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर व झाड़ग्राम जिले में भी तांडव मचाया। पच्चीस से अधिक लोग भी जख्मी हो गये।

खड़गपुर शहर में कई मकानों के गिरने की खबर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम प्रभावित राज्यों को पूरी मदद करेंगे। चक्रवात से जूझ रहे राज्यों के लिए 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जारी कर चुके हैं।

एनडीआएफ , कोस्टगार्ड, नौसेना और थल सेना पूरी मुस्तैदी के साथ प्रशासन के साथ जुटी हुई हैं। इस बीच बंग्लादेश ने तूफान से निपटने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। 5.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सेना को अलर्ट पर रखा गया है।