दिल्ली: इसमें कोई शक नहीं कि मौजूदा समय में इस देश की कानूनी सुरत खराब हुई है। सत्ता में बैठी सरकार की ख़ामोशी ने बार-बार सवाल खड़े किए हैं। इस बीच देश के बड़े बड़े तंजीमो ने कानून को बचाने के लिए मुहिम भी चला रखी है
इसी प्रकार का एक प्रोग्राम “इत्तेहाद” के तरफ से दिल्ली के हज मंजिल में आयोजित किया गया। प्रोग्राम में देश के बेहतर कानूनी जानकारों को शामिल किया गया। देश के जाने माने वक्ता और कांग्रेस के सबसे युवा नेता शहजाद पुनावाला चेिफ गेस्ट के तौर पर शामिल हुए। शहजाद पुनावाला इस वक्त महाराष्ट्र कांग्रेस में सेक्रेट्री है
शहजाद पुनावाला ने अपनी बात रखते हुए सबसे पहला सवाल किया कि इस देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब देश के लोग संविधान बचाव मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने सख्त लहजे में मौजूद मोदी हुकूमत पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आईन के रक्षक के बजाए भकक्षक के रुप में काम कर रही है।
शहजाद पुनावाला ने सवाल उठाया, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। मौजूदा सरकार के लोगों का इस संविधान में कोई विश्वास नहीं है। शहजाद पुनावाला ने इतिहास के पन्नों को उजागर करते हुए मौजूदा सरकार में बैठे लोगों के गुरू “गोलवालकर” का जिक्र करते हुए याद दिलाया, उन्होंने (गोलवालकर) ने कहा था कि ये कोई कानून नहीं है, हम इस कानून को नहीं मानते हैं।
शहजाद पुनावाला ने देश में बिगड़ती जा रही कानूनी हालात का हवाला देते हुए कई घटनाओं पर अपनी बात रखी, झारखंड के लातेहार से लेकर JNU और हैदराबाद के दलित स्कॉलर रोहित बेमुला पर बोलते हुए कहा कि ये सब घटनाओं ने देश को शर्मिंदा किया है, जिसके लिए मौजूदा सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने ने इस देश में सबसे शर्मनाक हादसा दादरी में अखलाक के हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की खामोशी ने कई सवाल खड़े किए हैं।