रांची 3 जुलाई : दारुल हुकूमत की सफाई नेजाम बदहाल है। गली मुहल्लों में कचरे का अंबार लगा हुआ है। नालियां फज्ला से बजबजा रही है। इसके लिए मुलाज्मिन की कमी का रोना रोया जाता है। जबकि शहर के कई वीवीआइपी ऐसे भी हैं जिनके घरों की सफाई के लिए कहीं पांच तो कहीं 25 मुलाज्मिन को कॉर्पोरेशन की तरफ से लगाया गया है।
किसके यहां कितने मुलाज्मिन
रांची म्युन्सिपल कॉर्पोरेशन की तरफ से हासिल मालूमात के मुताबिक राजभवन में कॉर्पोरेशन के 29 मुलाजिम, साबिक़ वजीर ए आला रहयिसगाह में सात मुलाजिम, गुरुजी रिहायिसगाह में पांच मुलजिम, हेमंत सोरेन के रिहायिसगाह में पांच मुलाजिम और सुदेश महतो के रिहायिसगाह में तीन मुलाज्मिन को मुक़र्रर किया गया है। वार्ड नं एक और दो के पार्षदों ने बताया कि उनके वार्ड में साफ सफाई के लिए 25 से ज्यादा रेजा को रखा गया है। लेकिन उसमें भी सिर्फ सात ही सड़क पर झाड़ू लगाती हैं, दीगर 18 रेजा भी वीवीआइपी के घरों में ही झाड़ू-पोंछा का काम करती हैं।
कॉर्पोरेशन में मुलाज्मिन की कमी
1970 में जहां कॉर्पोरेशन मुलाज्मिन की तादाद 1330 थी, वहीं अब मुलाज्मिन की यह तादाद घट कर 640 बच गयी है। 1970 में जहां शहर की आबादी महज दो लाख थी, अब आबादी बढ़ कर 12 लाख तक हो गयी है। मौजूदा में रांची म्युन्सिपल कॉर्पोरेशन में मुलाज्मिन की कमी है, लेकिन वीवीआइपी के घरों में कॉर्पोरेशन की तरफ से 50 से ज्यादा मुलाजिम साफ -सफाई के लिए लगाये गये हैं।
एटूजेड को हटाने की मांग
मेट्रो पोलिटन नौजवान जदयू ने शहर की सफाई में लगाये गये एटूजेड कंपनी को हटाने की मांग की है। सदर कुंदन हेमरोन ने कहा कि शहर में कचरे का अंबार लगा है, लेकिन सफाई नहीं हो रही है। इससे पहले पार्टी ने यूपीए हुकूमत का पुतला जलाया। पुतला जलने के प्रोग्राम में विद्या मुंडा, राकेश् विश्वकर्मा, रोबिन हेमरोम, उपेंद्र रजक, राजेंद्र राम, सागर कुमार समेत कई लोग शामिल थे।