वी के सिंह के दावा की सी बी आई तहक़ीक़ात की जाये: फ़ारूक़ अबदुल्लाह

नेशनल कान्फ़्रेंस क़ाइद फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने आज साबिक़ फ़ौजी सरबराह वी के सिंह के एक दावे की सी बी आई की जानिब से तहक़ीक़ात करवाने का मांग‌ किया।

वी के सिंह ने कहा था कि जम्मू-ओ-कश्मीर के कुछ वज़रा को फ़ौज की जानिब से बड़ी बड़ी रक़ूमात दी गई हैं जिस के बदले रियासत में मजबूती के क़ियाम को यक़ीनी बनाने की ख़ाहिश की गई है। उन्होंने ये भी दावा किया था कि ये सिलसिला एक दो साल से नहीं बल्कि आज़ादी के बाद से जारी है।

फ़ारूक़ अबदुल्लाह जो मर्कज़ी वज़ीर भी हैं ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि वी के सिंह का ये बयान इंतिहाई ख़तरनाक नौईयत का है जिस की मुनासिब जांच पड़ताल होनी चाहिए। सियासी जमातों को फंड्स देने या माली मुराआत फ़राहम करना फ़ौज की ज़िम्मेदारी नहीं है।

फ़ौज कभी ऐसा नहीं कर सकती। फ़ौज को सियासत से दूर ही रहना चाहिए और अगर वी के सिंह ने ऐसा कहा है तो उन्होंने इंतिहाई ग़लत काम किया है। वी के सिंह जिस वक़्त फ़ौजी सरबराह थे, उस ज़माने में जम्मू-ओ-कश्मीर हुकूमत गिराने की कोशिशें भी की गई थीं जिस की वी के सिंह ने तरदीद की।

तशवीश का इज़हार करते हुए फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा कि अब वक़्त आगया है कि इस बात की तहक़ीक़ात की जाये कि फ़ौज ने किस तरह और किन को रक़ूमात फ़राहम कीं और उनका किस तरह इस्तिमाल किया गया। वी के सिंह ने कहा था कि जम्मू-ओ-कश्मीर में तमाम वज़रा को रक़ूमात की फ़राहमी फ़ौज के ज़रिया अमल में आई है।

रियासत में कई अहम काम करने हैं और वज़रा को रियासत में मजबूती के क़ियाम के लिए कई ज़िम्मेदारियां निभाते हुए मुख़्तलिफ़ कार्यवाईयों का नज़म करना पड़ता है। फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा कि उन्हें ये बात जान कर बहुत दुख हुआ कि सियासी मक़ासिद के लिए फ़ौज ने भी पैसों का इस्तिमाल किया जो यक़ीनन मुल्क केलिए फ़ाल नेक नहीं है।