वुज़रा, अरकाने असेंबली की तनख़्वाह में इज़ाफे का दिफ़ा

रियासती वज़ीर बराए आला तालीम-ओ-सयाहत आर वि देश पांडे ने होले नरसीपुर में मीडीया से बात करते हुए हुकूमत की तरफ से वुज़रा और अरकाने असेंबली की तनख़्वाहों में इज़ाफे़ के हुकूमत के फ़ैसले का दिफ़ा करते हुए कहा हैके सरकारी मुलाज़िमीन की तनख़्वाहों में इज़ाफ़ा किया जाना आम बात है जिस पर कोई बात नहीं करता। अरकाने असेंबली और वुज़रा के अख़राजात में भी इज़ाफ़ा हुआ है और अगर उनकी तनख़्वाहों में इज़ाफ़ा किया जाता है तो इस में मज़ाइक़ा ही किया है।गेस्ट लेक्चररज़ की ख़िदमात को मुस्तक़िल किए जाने के मुताल्लिक़ पूछे गए एक सवाल में उन्होंने कहा कि इस मुआमले में कई टेक्नीकी खामियां हैं।

गेस्ट लेक्चररज़ का तक़र्रुर रोस्टर सिस्टम पर नहीं किया जाता ताहम हुकूमत उनकी भी तनख़्वाहों में इज़ाफे के मुताल्लिक़ मुसबित अंदाज़ में सोच रही है। होले नरसीपुर में उन्होंने ये बात कल वीमेन फ़रस्ट ग्रेड डिग्री कॉलेज के इफ़्तेताह के मौके पर कही और कहा कि हुकूमत 2020 तक तालीमी शरह को 35%तक ले जाने के अपने मंसूबे की तरफ एक और क़दम बढ़ा रही है।