अपना काम शुरू करते हुए वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने अपने काबीनी साथीयों से कहा कि वो अपना 100 दिन का प्रोग्राम कारकरदहुक्मरानी को मर्कज़ तवज्जे बनाते हुए तैयार करें और इस पर अमल आवरी करें। उन्होंने कहा कि मुल्क की तरक़्क़ी के लिए रियासतों की तरक़्क़ी एहमीयत रखती है। उन्होंने मजलिस वुज़रा को हिदायत दी कि रियासती हुकूमत और रियासतों के अरकान-ए-पार्लियामेंट के पेश करदा मसाइल को तर्जीह दें।
ये हिदायात काबीना के एक इजलास में वज़ीर-ए-आज़म मोदी ने 10 नकाती प्रोग्राम के पेशे नज़र जारी कीं जिस में सरमायाकारी में इज़ाफ़ा, ताय्युन मुद्दत के साथ इनफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टस की तकमील, क़ुदरती वसाइल से मुल्क को फ़ायदा पहुंचाने के लिए इस्तिफ़ादा शामिल हैं।
मुल्क गीर सतह पर इसी किस्म का पैग़ाम देने के मक़सद से इमकान है कि मोदी क़ौम से ख़िताब भी करेंगे। इमकान है कि ये ख़िताब पार्लियामेंट के मुख़्तसर से इजलास के बाद किया जाएगा जो 4 जून से 11 जून तक मुक़र्रर है। सदर जम्हूरीया प्रणब मुखर्जी हुकूमत के प्रोग्राम का ख़ाका पेश करते हुए पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों के मुशतर्का इजलास से ख़िताब करेंगे।
वज़ीर-ए-आज़म ने काबीना के इजलास में वुज़रा के लिए रहनुमायाना ख़ुतूत जारी किए और वुज़रा को हिदायत दी कि पहले 100 दिन की तर्जीहात का ताय्युन करते हुए अपना प्रोग्राम तैयार करें। मर्कज़ीवज़ीर बराए पार्लिमानी उमोर ऐम वैंकेया नायडू ने कहा कि मोदी ने कहा कि इंतेहाई अहम पहलू ये है कि कारकरद हुक्मरानी नतीजाख़ेज़ स्कीमों और प्रोग्रामों पर अमल आवरी है।
नायडू ने काबीनी इजलास के बाद प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि इन पहलूओं पर तवज्जे मर्कूज़ करते हुए हुकूमत तरजीही बुनियादों पर इन तमाम मसाइल की यकसूई करेगी जो साबिक़ा हुकूमत के दौर में ज़ेर-ए-इलतिवा थे। उन्होंने काबीनी वुज़रा से ख़ाहिश की कि वुज़राए ममलकत को साथ लेकर काम करें ताकि मुनासिब अंदाज़ में काम होसके और वुज़राए ममलकत को भी शराकतदारी का एहसास हो।
वज़ीर-ए-आज़म ने लायेहा-ए-अमल का ख़ाका पेश किया जिस के तहत वुज़रा को 100 दिन का प्रोग्राम तै करना होगा और इस प्रोग्राम पर अमल आवरी की हरमुमकिन कोशिश की जाएगी। मोदी ने अपने काबीनी साथीयों से कहा कि दो दिन में दूसरा इजलास मुनाक़िद किया जाएगा जो बाक़ायदा इजलास होगा और इस में हर विज़ारत के मोतमिदयन भी शामिल होंगे।
एक सवाल के जवाब में वैंकेया नायडू ने कहा कि क़ीमतों में इज़ाफ़ा, ज़राअत और ख़वातीन का तहफ़्फ़ुज़ फ़ित्री तौर पर हुकूमत की अव्वलीन तर्जीह होगी। बी जे पी ज़ेर-ए-क़ियादत हुकूमत उन मसाइल पर तवज्जे मर्कूज़ करेगी। अवाम को नई हुकूमत से बहुत सी तवक़्क़ुआत हैं।
मुख़्तलिफ़ शोबों की मुख़्तलिफ़ तर्जीहात हैं और हर शोबा एहमीयत रखता है। नरेंद्र मोदी रियासतों के उठाए हुए मसाइल पर ज़्यादा ज़ोर दे रहे हैं ताकि वफ़ाक़ीयत का हक़ीक़ी जज़बा क़ायम रखा जा सके। वैंकेया नायडू ने वज़ाहत की कि चूँकि नरेंद्र मोदी गुजरात के चीफ़ मिनिस्टर रह चुके हैं, रियासत के लिए काम करचुके हैं, इस लिए वो वफ़ाक़ी ढांचे की एहमीयत को अच्छी तरह समझते हैं और ईसी लिए इस बारे में मियारों की बरक़रारी के लिए हिदायात जारी करचुके हैं।