वेंकेंसी कहीं की भी हो, बस उसे बिहार में आने की जरूरत है। बिहार में आते ही धड़ल्ले से फॉर्म की खरीदारी और उसे भरने की अमल शुरू हो जाती है। भले ही उस फॉर्म के भरने से तालिबे इल्म को नौकरी मिले या ना मिले। कुछ ऐसा ही वाकिया इन दिनों पटना में हो रहा है।
तालिबे इल्म को यह मालूम ही नहीं है कि वे फॉर्म भरने की काबलियत रखते हैं या नहीं, फिर भी उसे भर रहे हैं। अंबाला, हरियाणा के पोस्ट सर्किल से पोस्टमैन और गार्ड के ओहदे के लिए वैकेंसी निकली हुई है। इसमें वही उम्मीदवार फॉर्म भर सकते हैं, जिनके फार्म में हरियाणा के पोस्ट ऑफिस की मुहर हो। हरियाणा पोस्ट ऑफिस का यूसीआर भी होना चाहिए।
हर दिन बिक रहे सैकड़ों यूसीआर : पटना जीपीओ से मिली जानकारी के मुताबिक हर दिन 125 से 150 की तादाद में यूसीआर की खरीदारी हो रही है। ज़राये के मुताबिक हरियाणा के लिए निकले फॉर्म के लिए 100 रुपये का हरियाणा पोस्टल सर्किल का यूसीआर होना चाहिए, लेकिन यहां पर बिहार पोस्टल सर्किल का यूसीआर बिक रहा है। अगर उम्मीदवार बिहार के यूसीआर के साथ फॉर्म भरते है, तो वह अपने आप ही रिजेक्ट हो जाएगा।
प्रॉस्पेक्टस नंबर भी नहीं देख रहे :
फॉर्म के साथ एक प्रॉस्पेक्टस नंबर दिया रहता है। सही फॉर्म के साथ एक प्रॉस्पेक्टस भी दिया जा रहा है। उसमें फॅर्म से मुतल्लिक़ तमाम चीजों की जानकारी मौजूद है। इसकी कीमत सौ रुपये है, मगर पटना में जो फॉर्म बिक रहे हैं, उसकी कीमत फी फॉर्म चार रुपये है। फॉर्म और प्रॉस्पेक्टस का नंबर एक है, ताकि हर उम्मीदवार का रिकॉर्ड पोस्टल डिपार्टमेंट के पास से पहुंच सके।