वेलफेर पार्टी इक़तिदार में आने पर मुल्क की तरक़्क़ी और अवाम की ख़ुशहाली

करनूल, 11 फ़रवरी: करनूल में वेलफेर पारटी आफ़ इंडिया की ज़िलई अरकान की नशिस्त से क़ब्ल शहर करनूल का पार्टी दफ़्तर का इफ़्तिताह अमल में लाया गया,इस मौक़े पर रियासती सदर जनाब मुल्क मोतसिम ख़ां ने हाज़िरीन से ख़िताब करते हुए कहा कि किसी भी मक़सद से क़ायम करदा इमारत में अगर वो मक़ासिद पूरे ना हों तो वो इमारत इन मक़ासिद का मक़बरा कहलायगी।

रियासती सदर के हमराह रियासती सेक्रेटरी बराए पार्टी उमूर जनाब सादिक़ के इलावा दीगर रियासती सेक्रेटरीज़ ने इलयास और फ़खरुद्दीन अली अहमद शामिल रहे,रियास्ती क़ाइदीन का शहर करनूल में इस्तिक़बाल के लिए मोटरसाईकल रियाली मुनज़्ज़म और पुरअमन तरीक़े से निकाली गई,ओर ये रियाली ज़िलई अरकान के नशिस्त में तबदील होगई।

इस नशिस्त की कार्रवाई ज़फ़रुल्लाह ज़िलई सदर ने चलाई, फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने पार्टी के अरकान के लिए दरकार सिफ़ातो औसाफ़ बयान करते हुए कहा कि इनमें ख़ुदएतिमादी हो, सबर हो,एक दूसरे के तईं हमदर्दी और एसारो क़ुर्बानी का जज़बा पाया जाये, और अपने अंदर मौजूद कोई ख़ामी हो तो उन्हें दूर करते हुए एक मिसाली शहरी कहलाये,जो सारी इंसानियत के दुख का दरमां बन सके, जनाब सादिक़ ने पार्टी के अग़राज़ व मक़ासिद बयान करते हुए कहा कि ये पार्टी अख़लाक़ी इक़दार को फ़रोग़ देना चाहती है।

ओर ये पार्टी मुल्क से ग़रीबी, भुकमरी और बदअमनी और ख़ौफ़ और‌ वहशत से पाक हो, और ये पार्टी चाहेगी कि ये मुल्क तरक़्क़ी के सिम्त रवाँ दवां रहे, इलयास साहब ने कहा कि इस मुल्क को तरक़्क़ी याफ़ता कहने वालों को पता होना चाहीए कि आज भी हिन्दुस्तान में कई
लोग नान व शबीना को तरस रहे हैं, और कई लोगों को सर छिपाने के लिए छत तक नहीं है।

बेरोज़गारी का हाल ना पूछिये, अमीर शख़्स अमीर बन्ता जा रहा है। ग़रीब और ग़रीब बन्ता जा रहा है। वेलफेर पार्टी मुल्क में अमन मुसावात को क़ायम रुकने की भरपूर कोशिश करेगी, हम इक़तिदार के ज़रीये ज़ुल्म व जबर को रोकेंगी, और मज़लूम की हिमायत करेंगे। इसी रोज़ मोअज़्ज़िज़ीन शहर की एक ख़ुसूसी नशिस्त इस्राने के तौर पर मुनाक़िद की गई, इस मौक़े पर रियासती सदर मुल्क मोतसिम ख़ां साहब ने मोअज़्ज़िज़ीन शहर से तबादला-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि इस मुल्क की ग़रीब अवाम को मयारी तालीम, सेहत, और दीगर बुनियादी ज़रूरीयात मुहय्या करवाना हुकूमते हिंद की पहली ज़िम्मेदारी है।

मगर हुकूमते हिंद की इस जानिब अदम तवज्जो से कई मसाइल पैदा हो रहे हैं, वेलफेर पार्टी आफ़ इंडिया के इक़तिदार में आने पर मुल्क की तरक़्क़ी व खुशहाली हर तबक़ात के लिए आम करेगी। इस मौक़े पर नुमाइंदा-ए-रोज़नामा-ए-सियासत करनूल ने मौसूफ़ से सवाल किया कि आया मुल्क में कई सयासी जमातें पाई जाती हैं और देखने में सब एक ही तरह नज़र आती हैं मगर दीगर जमातों और वेलफेर पार्टी में क्या इमतियाज़, इन्फ़िरादियत और ख़ुसूसीयत है? जिस पर रियास्ती सदरने जवाब दिया कि इस पार्टी में अक्सर ऐसे अफ़राद को शामिल किया गया है जो कई समाजी ख़िदमात अंजाम दे चुके हैं।

और ये पार्टी के वाबस्तगान अपना शानदार माज़ी रखते हैं, जिन के क़ौल और‌ फ़ाल में तज़ाद नहीं रहा, और वाक़्यतन‌ ये पार्टी अपने मक़ासिद में ज़रूर कामयाब होगी, जब अवाम ख़ुद उस की ख़िदमात को अपनी आँखों से देखेंगे।