वेश्या या पागल कहे जाने पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता: कंगना रनौत

नई दिल्ली: अपना तीसरा नेशनल अवार्ड लेने दिल्ली पहुंची कंगना रनौत ने न सिर्फ इस अवार्ड से और हाल ही में दिए एक इंटरव्यू से फिर साबित कर दिया कि वे किसी से कमजोर नहीं हैं। काफी लंबे वक्त से कंगना और रितिक रोशन के बीच कानूनी लड़ाई चल रही है। जिसके चलते दोनों एक दूसरे पर कीचड उछाल रहे हैं। बहती गंगा में हाथ धोने के लिए कंगना के पूर्व प्रेमी अध्ययन सुमन भी कंगना को कोसने के लिए मैदान में आ गिरे। लेकिन कंगना भी काम नहीं हैं। कंगना ने भी इन सब का मुंह तोड़ जवाब दिया है।

कंगना ने कहा,”अगर कोई महिला सेक्शुअली ऐक्टिव है तो लोग उसे वेश्या कहते हैं। अगर वो बहुत सफल है तो उसे मनोरोगी कहा जाता है। लेकिन मेरी सफलता ही मेरा बदला लेने का तरीका है। कंगना ने साफ किया कि वे खुद को खुश करने के लिए काम करती हैं न कि दूसरों की खुश करने के लिए। कंगना से जब पूछा गया कि उन्हें कैसा लगता है  जब लोग उन्हें डायन या वेश्या तक कह देते हैं, तो उनका जवाब चौंकाने वाला था। खुद को डायन, वेश्या या मनोरोगी कहे जाने पर गुस्साने की बजाए कंगना का जवाब था कि उन्हें इन नामों से कोई कोई फर्क नहीं पड़ता।