साउथ के मशहूर फिल्म अदाकार और मरकज़ी वज़ीर चिरंजीवी ने सोचा था कि उन्हें वोटिंग (रायदही) के दौरान वीआईपी ट्रीटमेंट मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लोगों ने चिरंजीवी को डांटते हुए लाइन में लगकर वोट देने के लिए कहा।
चिरंजीवी को आज उस वक्त असहज हालात का सामना करना पड़ा, जब एक नौजवान ने उनके वोटर्स की लंबी कतार को नजरअंदाज कर सबसे पहले वोट डालने के लिए बढ़ने की मुखालिफत की । लिहाजा उन्हें कतार में सबसे पीछे खड़े होकर अपनी बारी का इंतेजार करना पड़ा। चिरंजीवी अपने खानदान के साथ यहां के एक पोलिंग स्टेशन पर वोट डालने आए थे। पोलिंग स्टेशन के बाहर लंबी कतार लगी थी, लेकिन वह कतार के एक तरफ से सबसे आगे निकल गए।
इस पर एक नाराज नौजवान ने उन्हें टोका और पूछा कि वह सबसे पहले वोट कैसे डाल सकते हैं, जबकि बाकी लोग एक डेढ़ घंटे से अपनी बारी के इंतेजार में कतार बांधे खड़े हैं। नौजवान का सवाल था कि, आप आज के दिन अपने लिए खास बर्ताव की उम्मीद कैसे कर सकते हैं। एक सीनीयर शहरी ने भी जोर से बोलते हुए शिकायत की, बहुत नाइंसाफी है।
चिरंजीवी जो आंध्र प्रदेश कांग्रेस इंतेखाबी मुहिम कमेटी के सदर हैं, वोटर्स की मुखालिफत को देखते हुए कतार में सबसे पीछे जाकर खड़े हो गए। वहां मौजूद लोगों ने नौजवान के एहतिजाज को सही ठहराया।
चिरंजीवी ने बाद में दावा किया कि वह यह मालूम करने पोलिंग स्टेशन के अंदर जा रहे थे कि उनका नाम वोटर्स लिस्ट में है या नहीं। पोलिंग स्टेशन पर मौजूद मीडिया के लोगों ने जब चिरंजीवी को घेरकर इस बारे में पूछना चाहा तो उन्होंने कहा, मैं इस तरह का शख्स नहीं हूं जो कानून की खिलाफवर्जी करे। मैं जम्हूरियत का एहतेराम करने वाला शख्स हूं।
दरअसल, मशहूर लोग बिना लाइन में लगे सीधे Electoral Officer तक पहुंच जाते हैं और अपना वोट डाल निकलकर चले जाते हैं। पिछले दिनों दिल्ली में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राखी बिड़ला ने भी बिना लाइन में लगे अपना वोट दिया जिस पर बाद में काफी बवाल भी हुआ।
लेकिन चिरंजीवी को ऐसा करना भारी पड़ा। हालांकि चिरंजीवी ने लोगों के ऐतराज़ करने के बाद अपनी गलती मान लाइन में लगकर वोट दिया।