वोटिंग मशीनों की जांच कराने इलेक्शन कमीशन से मांग‌

शाही इमाम मस्जिद फ़तहपुरी दिल्ली मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद ने आज जुमा की नमाज़ से क़बल ख़िताब में मुसलमानों को ताकीद की कि बेदारी का सबूत दें और मिली मुआमलात में भी पूरी दिलचस्पी लें। अनक़रीब इलेक्शन शुरू होरहा है।

इस में भी दिलचस्पी के साथ हिस्सा लें और बाक़िरदार सेकूलर उम्मीदवार को कामयाब बनाने में अहम किरदार अदा करें। उन्होंने कहा कि हम ने सब पार्टियों को आज़मा लिया। किसी ने भी मुसलमानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए। लिहाज़ा हम किसी एक पार्टी की हिमायत नहीं करेंगे।

हर इलाक़ा के मसाइल अलग होते हैं जो इलाक़ा के लोग जानते हैं एक ही पार्टी के उम्मीदवार हर इलाक़ा की ज़रूरत पूरी नहीं करसकते। लिहाज़ा मेरी अपील है कि किसी भी सेकूल‌र पार्टी को वोट देकर कामयाब बनाएं। रिश्वत लेकर वोट देना या वोट की पेल करना गुनाह है। शाही इमाम ने इलेक्शन कमीशन से पुरज़ोर अपील की कि वोटिंग इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की कारकर्दगी को दरुस्त किया जाये और किसी भी बदउनवानी को मौक़ा ना दिया जाये।

इलेक्शन साफ़ सुथरा होने को यक़ीनी बनाया जाये। शाही इमाम ने कहा कि नरेंद्र मोदी के हिमायती इश्तिआल अंगेज़ प्रोपगंडे में मशग़ूल हैं। वो मुसलमानों पर हर तरह का इल्ज़ाम लगा रहे हैं। एक बी जे पी कारकुन ने तो दिल्ली में यहां तक कह दिया कि 30 फ़ीसद मुसलमान दहशतगर्द हैं और नरेंद्र मोदी जीत कर सब को ठीक करेंगे।

यहां तक वो कह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी के आने के बाद पाकिस्तान को सबक़ सिखाया जाएगा और कश्मीर का मसला हल होगा वग़ैरह‌ वग़ैरह‌। शाही इमाम ने कहा कि ये सब बातें अफ़्वाहें हैं जिनका हक़ीक़त से कोई ताल्लुक़ नहीं है। पहली बात तो ये है कि मुसलमान सिर्फ़ अल्लाह से डरता है वो किसी इंसान या किसी मोदी से नहीं डरता। ये बकवास बेबुनियाद है जिस का हक़ीक़त से कोई ताल्लुक़ नहीं है और नरेंद्र मोदी या बी जे पी ख़ुद ही ख़ौफ़ज़दा हैं तो वो किसी को किया ठीक करेंगे।