वोट की भूख: राज नाथ सिंह नमाज़ी बन गए!

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को मुसलमानों के वोट हासिल करने के लिए टोपी पहन कर एक मस्जिद में नमाज़ अदा करते हुए देखा जा सकता है जो कि चुनाव वोट की भूख‌ दिखती है। उन्होंने प्रस्तावित चुनाव की तैयारी करते हुए वोट बैंक पर राजनीति शुरू कर दी है क्योंकि भाजपा ने हमेशा मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव रवैया अपनाया है जो एक मुसलमान भी भाजपा सरकार को पसंद नहीं करते जबकि सभी भाजपा नेताओं अपनी शक्ति का उपयोग करते हुए अल्पसंख्यकों को कुचल देने की कोशिश में हैं।

लेकिन भाजपा के मंत्रियों को यह एहसास हो गया है कि अल्पसंख्यकों का समर्थन के बिना चुनाव में सफलता मुश्किल है। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्होंने एक‌ अभियान शुरू कर दिया है और अल्पसंख्यकों को रिझाने के लिए राजनीति की जा रहा है। भाजपा ने कभी अल्पसंख्यकों का समर्थन और न ही 2012 में गुजरात दंगों के पीड़ितों के साथ न्याय किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने गुजरात के दंगों में सैकड़ों मासूम मुसलमानों को मार डाला और मुस्लिम ब्रादरवं ने गुजरात के त्रासदी को भूल गया है और न ही भाजपा को माफ किया है कि हालांकि भाजपा नेताओं कांग्रेस पर अल्पसंख्यकों के चापलूस का आरोप लगाते हैं लेकिन अब राजनीतिक मजबूरियों और चुनावी हितों की खातिर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह जो इस डगर पर चल पड़े हैं हालांकि जनता में उनकी छवि बेहद खराब है।

अहंकार और अहंकारी रवैये के कारण उनका व्यक्तित्व दिखाई देता है उन्होंने एक बार अपने कमांडो को थप्पड़ रसीद किया और एक पुलिसकर्मी को जूते का फीता बांधने का आदेश दिया था जिसके कारण राजनाथ सिंह के व्यक्तित्व प्रकट होता है लेकिन उन्हें यह महसूस कर लेना चाहिए कि सस्ती लोकप्रियता ने ओछे उपाय साबित नहीं हो सकते बल्कि जनता का समर्थन प्राप्त करने के लिए गंभीर और ईमानदार सेवा करना होगा।