व्हाट्सअप अफवाह के चपेट में आया हैदराबाद का रेस्टॉरेंट, व्यापर हुआ ठप

हैदराबाद का शाह घोस रेस्टॉरेंट अपनी ज़ायकेदार बिरयानी के लिए जाना जाता है लेकिन यह एक भद्दी अफवाह का शिकार हो गया की यहां के खाने में कुत्ते का मीट प्रयोग किया जाता है। शाह घोस जो की हमेशा खाने वालों से खचाखच भरा रहता था अब पिछले कुछ दिनों से वीरान हो गया। यह सब व्हाट्सअप द्वारा फैलाई गयी एक अफवाह के कारण हुआ है जिसकी वजह से रेस्टोरेंट का व्यापार एकदम ठप हो गया है और नष्ट होने के बील्कुल करीब है।

शाह घोस के मालिक मोहम्मद रब्बानी ने बताया कि पिछले साल क्रिसमस के दौरान इस रेस्टॉरेंट में बैठे तक की जगह नहीं थी और अब इक्का दुक्का ग्राहक ही नज़र आते हैं। जबकि नोटबंदी का भी रेस्टॉरेंट के व्यापार पर इतना फ़र्क़ नहीं पड़ा था। लेकिन जो लोग उस व्हाट्सअप अफवाह के चपेट में आगये उन लोगो ने मेरा व्यापर पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।

8 दिसम्बर को एक जाली व्हाट्सअप मेसज दो कुत्ते के मीट की घृणिक फोटो के साथ वायरल हो गया जिसमे लिखा गया था कि आज सुबह 11.45 पर शाह घोस के मालिक को पुलिस को गिरफ्तार कर लिया गया कयुनकी वो खाने में कुत्ते के मीट के टुकड़े डालता हुआ पकड़ा गया।

मेसज में आगे लिखा था कि शहर के नगर निगम के अधिकारी रेस्टॉरेंट आये थे और कुछ खाने के नमूने जांच के लिए लेकर गए।जिस व्यक्ति ने यह अफवाह फैलाई थी उसको पहचान लिया गया है वो 22 वर्षीय वि चंद्रा मोहन है जो की रिकब गूंज ऑफ़ मदीना में एमबीए का छात्र है।

साइबर क्राइम एसीपी एस जयराम ने बताए की वि चंद्र मोहन को व्हाट्सअप पर एक मेसज मिला था जिसमे रेस्तौरेंट्स में मटन में कुत्ते के मीट की मिलावट के बारे में लिखा था। मोहन ने मज़े के लिए उसमे लिख दिया की शाह घोस के खाने में कुत्ते का मीट का प्रयोग होता है और यह अफवाह सिर्फ व्हाट्सअप तक ही सिमित नहीं रही बल्कि मीडिया घरानों ने भी इसपर धड़ाधड़ खबरे बनायी।

रब्बानी का कहना है कि इसकी वजह से मेरे व्यापर के साथ साथ रेस्टॉरेंट में काम करने वाले कर्मचारियों की भी जीविका खतरे में पड़ गयी है। पहले हमने अपनी सभी शाखाओं में 500 से ज़्यादा कर्मचारी काम करने के लिए रखे थे। लेकिन अब जिस हिसाब से ग्राहक आ रहे हैं मुश्किल से 100 ही कर्मचारियों को ज़रूरत है।
रब्बानी लाचारी से बताते है कि यह रेस्टॉरेंट मेरा काम ही नहीं बल्कि मेरा सपना भी है। पिछले कुछ दिनों से यहां आने वाले ग्राहकों को मैं अपनी उंगलियों पर गिन सकता हूँ। इस सब से मैं बहुत परेशान हूँ।