वज़ीफे पर सुबकदोशी की उम्र में इज़ाफ़ा नहीं होगा

तेलंगाना हुकूमत ने वाज़िह कर दिया कि सरकारी मुलाज़िम वज़ीफ़ा पर सुबकदोशी की उम्र की हद में इज़ाफ़ा नहीं किया जाएगा।

वज़ीफे पर सुबकदोशी की मौजूदा उम्र 58 साल बरक़रार रहेगी और हुकूमत इसे 60 करने का कोई मंसूबा नहीं रखती। असेंबली में वकफ़ा-ए-सवालात के दौरान ए गांधी और टी प्रकाश गौड़ के सवाल पर वज़ीरे फाइनैंस ई राजिंदर ने कहा कि तालीम-ए-याफ़ता बेरोज़गार नौजवानों को रोज़गार फ़राहम करने के सिलसिले में हुकूमत संजीदा है और इसी लिए वज़ीफे पर सुबकदोशी की उम्र में इज़ाफ़ा नहीं किया जाएगा क्युंकि इस से बेरोज़गार नौजवान मुलाज़िमतों से महरूम रहेंगे।

वज़ीरे फाइनैंस ने बताया कि तेलंगाना में जुमला मंज़ूरा सरकारी जायदादें 5 लाख 25 हज़ार 673 हैं जिन में मौजूदा मुलाज़िमीन की जुमला तादाद 4 लाख 15 हज़ार 931 है जिस में मुस्तक़िल के अलावा कॉन्ट्रैक्ट और दुसरे आरिज़ी ज़मरों के मुलाज़िमीन शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि तेलंगाना में एक लाख 7 हज़ार 744 मख़लवा जायदादों की निशानदेही की गई है और हुकूमत मरहला वार अंदाज़ में उसे पुर करने का अज़म रखती है।

ज़िमनी सवालात के जवाब में वज़ीरे फाइनैंस ने कहा कि तेलंगाना में लाखों तालीम-ए-याफ़ता बेरोज़गार नौजवान तवील अर्सा से मुलाज़िमतों की उम्मीद लगाए बैठे हैं और हुकूमत उन्हें वादे के मुताबिक़ रोज़गार फ़राहम करने के इक़दामात करेगी।

उन्होंने कहा कि हर साल 8 ता 10 हज़ार अफ़राद वज़ीफे पर सुबकदोश होते हैं उनकी जगह नौजवानों को मवाक़े दिए जाऐंगे। राजिंदर ने कहा कि हुकूमत ने तेलंगाना जद्द-ओ-जहद के दौरान नौजवानों को रोज़गार की फ़राहमी के सिलसिले में जो वादा किया था इस पर अमल आवरी की जाएगी।

अरकाने असेंबली गांधी और प्रकाश गौड़ ने मुलाज़िमीन की यूनियनों के इस मुतालिबा का हवाला दिया कि वज़ीफे पर सुबकदोशी की हद उम्र में इज़ाफ़ा किया जाये। वाज़िह रहे कि आंध्र प्रदेश हुकूमत ने अपने सरकारी मुलाज़िमीन के वज़ीफे पर सुबकदोशी की हद उम्र 60 साल करदी है।