बीजेपी ने वज़ीरे आला नीतीश कुमार को हेसास, गद्दार और आवाम मुखालिफ करार देते हुए उनसे फौरी इस्तीफा देने की मांग की है। पार्टी क़ायेदीनों ने कहा कि नीतीश कुमार को आवाम के गम की नहीं, अपने सुख की फिक्र है। इसलिए वे आवाम के गम में शामिल नहीं होते।
पार्टी के रियासती ओहदेदारों के रियसती दफ्तर में मुनक्कीद बैठक में तजवीज़ पेश कर कहा कि वज़ीरे आला का अहम मक़सद सिर्फ हुकूमत में बने रहना है। उन्होंने अवामी रुझान का तौहीन किया, इससे आवाम में शदीद गम व गुस्सा है। रियासत की आवाम अब तबदीली चाहती है। इसकी शुरुआत लोकसभा इंतिख़ाब में जेडीयू को शिकस्त देने से होगी। बैठक में साबिक़ नायब वज़ीरे आला सुशील मोदी ने कहा कि हुंकार रैली में मरने वालों के अहले खाना से मिलने उनके घर सीएम नहीं गये और न ही उन्होंने मुखतलिफ़ अस्पतालों में भरती जख्मियों का हालचाल पूछने की ही कोशिश की। क्या यही हेसासीयत है।
रेयासती सदर मंगल पांडे ने कहा कि हुकूमत की हेसासियत पूरी तरह मर गयी है। पार्टी के क़ौमी नायब सदर डॉ सीपी ठाकुर ने कहा कि पार्टी कारकुनान के एजाज को हमेशा आगे रखेगी। मौके पर साबिक़ वज़ीर अश्विनी कुमार चौबे, गिरिराज सिंह, एमएलसी लाल बाबू प्रसाद, निवेदिता सिंह, मिथिलेश तिवारी, डॉ राजेंद्र प्रसाद गुप्ता भी मौजूद थे।