वज़ीरे आला हाउस तक पहुँच रहा है कमीशन का पैसा : जीतनराम मांझी

पटना : साबिक वज़ीरे आला और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर के कौमी सदर जीतन राम मांझी ने रियासती हुकूमत पर धान खरीद में गड़बड़ी का इल्ज़ाम लगाया है। उन्होंने कहा कि धान खरीद में गड़बड़ी की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए कहा कि किसान मर रहे हैं और बिचौलिए खरीद की पूरी अमल पर हावी हैं। उन्होंने धान खरीद में कमीशनखोरी का इलज़ाम लगाया और कहा कि इसका कमीशन सीएम हाउस तक पहुंच रहा है। सरकारी पैसा को खर्च करने में सलाह देते हुए साबिक सीएम ने दिल्ली के वज़ीरे आला अरविंद केजरीवाल से सबक लेने की सलाह दी। वे मंगल को मुकामी श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में मुनाक्किद किसान-मजदूर-गरीब-खातून -दलित-इन्तेहाई पसमांदा-अक्लियत मुखालिफत हुकूमत और बिहार में बढ़ते जुर्म के खिलाफ में मुनाक्किद आवामी कांफ्रेंस को खिताब कर रहे थे। साबिक सीएम ने सूबे की कानून निज़ाम पर सवाल उठाते हुए कहा कि रियासत की अवाम को तीन महीने में ही अपनी गलती का अहसास होने लगा है। उन्होंने इलज़ाम लगाया कि सूबे में एससी-एसटी स्टूडेंट्स की वजीफा में घोटाला किया जा रहा है। फर्जी अदारों के खातों में पैसे भेजे जा रहे हैं। मांझी ने इन्तेहाई पसमांदा और SC St जाति की आबादी के हिसाब से रिजर्वेशन देने की मांग की। उन्होंने कहा कि मुल्क के तारीख में पहली बार मर्क़ज़ी बजट में किसानों को वाजिब हक मिला है। बजट पर नीतीश कुमार की अमल पर उन्होंने चुटकी ली कि आजकल वे गॉगल्स पहन रहे हैं। नए बजट से मुल्क के मजदूर और किसानों के सूरते हाल में सुधार आएगा।

कांफ्रेंस को खिताब करते हुए साबिक वजीर और रियासती सदर वृषिण पटेल ने कहा कि सूबे की कानून-निजाम बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने कहा कि नई सरकार की तशकील के बाद रियासत में क़त्ल और रेप का दौर शुरू हो गया है। शराबबंदी की एलान पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने सभी चौक-चौराहों को शराब का अड्डा बना दिया।