नई दिल्ली
राफ़ाले लड़ाका तय्यारों की मामलत की तकमील पर तात्तुल हुनूज़ बरक़रार
वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी जुमेरात को फ़्रांस का दौरा शुरू करने वाले हैं और इस मौक़े पर उनकी फ़्रांस के सदर फिरे नकोई हॉलैंड से मुलाक़ात होगी। ताहम अभी ये तात्तुल बरक़रार है कि आया इस मौक़े पर दोनों मुल्कों के माबेन राफ़ाले लड़ाका तय्यारों की मामलत पर कोई पेशरफ़्त होगी यह नहीं।
ये मामलत कीमतों के मसले पर तात्तुल का शिकार है। फ़्रांस के सफ़ीर मतीना हिन्दुस्तान फिरे नकोई रचएर ने मीडिया से बात करते हुए कई बिलियन डॉलर्स मालियती इस मामलत के ताल्लुक़ से रास्त जवाब देने से गुरेज़ किया। ये मामलत तवील वक़्त से इलतेवा का शिकार है।
ज़राए ने कहा कि इस मामलत के ताल्लुक़ से मुज़ाकरात का अमल जारी है। इस मामलत के तहत फ़्रांस की कंपनी डसालट वेषण की जानिब से 126 राफ़ाले लड़ाका तय्यारे हिन्दुस्तान को फ़राहम करेगी। फ़्रांसीसी सफ़ीर ने कहा कि फ़्रांस की कंपनियां मैक इन इंडिया प्रोग्राम में शराकतदारी में दिलचस्पी रखती हैं और इस सिलसिले में राफ़ाले मामलत का मुस्तक़बिल बहुत अहमियत का हामिल रहेगा।
राफ़ाले नामी कंपनी का जुमला छः बोली दहिंदा कंपनियों में से हिन्दुस्तान ने इंतेख़ाब किया था। ये मामलत इब्तिदा-ए-में 42,000 करोड़ रुपये की थी ताहम अब हिन्दुस्तान का कहना है कि फ़्रांस की कंपनी इस मामलत की तकमील के लिए इज़ाफ़ी कीमतें तलब कर रही है जिस पर तात्तुल बरक़रार है।