पटना : बिहार विनियोग विधेयक 2016 पर चर्चा के दौरान वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी को रावण और राक्षस की उपाधि देने से नाराज भाजपा ने एसेम्बली में जमकर हंगामा किया। मर्क़ज़ी मंसूबों में की गई कटौती पर बोलते हुए जदयू के रत्नेश सदा ने कहा कि दिल्ली में बैठे रावण का राज ख़त्म करना है।
उनके इस बयान से भड़के भाजपा मेम्बरों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा होते ही सदर विजय चौधरी ने असंसदीय बातों को सदन की कार्यवाही से निकालने का हुक्म दिया। लेकिन, लीडर ओपोजिशन प्रेम कुमार ने मुताल्लिक मेंबर से माफी मांगने की मांग की।
उन्होंने कहा कि हुकूमत पक्ष की तरफ से बार-बार वज़ीरे आज़म के खिलाफ काबिले एतराज़ अल्फाज़ का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा मेम्बरों के अपने सीट पर जाने की सदर के दरख्वास्त को ठुकराते हुए कहा कि बिना माफी के नहीं मानेंगे।
संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार ने भी भाजपा सदस्यों से सीट पर जाने की दरख्वास्त किया। लेकिन, भाजपा मेंबर नारेबाजी करते रहे। हंगामा शांत होता न देखकर सदर ने सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए मुअत्तिल कर दी। दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भाजपा सदस्यों ने बायकाट कर दिया।