वज़ीर कोयला पियूष गोविल ने कोयला ब्लॉक्स अलाटमेंट की लापता फाईलों के ताल्लुक़ से मालूमात हासिल की हैं और उन्होंने तमाम दस्तावेज़ात की मुकम्मल फ़िल्म बंदी करने पर ज़ोर दिया है ताकि मुस्तक़बिल में इस तरह के मसाइल का इंतेजाम होसके।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बात की मुकम्मल रिपोर्ट देने को कहा है कि असल में कौनसी फाईल लापता है। वो चाहते हैं कि इस मुआमला की तह तक जाएं। उन्होंने ओहदेदारों से कहा है कि वो तमाम दस्तावेज़ात की मुकम्मल फ़िल्म बंदी के इक़दमात का मंसूबा तय्यार करें ताकि मुस्तक़बिल में इस तरह के मसाइल पैदा होने ना पाएं।
वाज़िह रहे कि वज़ारत कोयला में कई फाईलें लापता हैं जिन में कोयला ब्लॉक्स के अलाटमेंट की फाईल्स भी शामिल हैं। कमपटरोलर एंड आडीटर जनरल ने इल्ज़ाम आइद किया था कि ख़ानगी कंपनियों को किसी तरह के हराज के बगैर कोयला के जो ब्लॉक्स अलॉट किए गए थे उनके नतीजा में क़ौमी ख़ज़ाना को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुक़्सान हुआ था।
गोविल ने बताया कि उन्होंने वज़ारत के ओहदेदारों के साथ बात चीत की है और उन्हें अब मतला किया गया है कि अब बेश्तर फाईलें दस्तयाब होगई हैं। गोविल ने उस वक़्त के वज़ीर कोयला श्रीप्रकाश जयसवाल के ख़िलाफ़ मुराआत शिकनी का मसला पार्लियामेंट में उठाया था। पार्लियामेंट में इस मसला पर कार्रवाई कई मर्तबा रुकावट का शिकार होगई थी। सी बी आई की जानिब से 195 ब्लॉक्स के अलाटमेंट की तहकीकात की जा रही हैं।