वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज रुपये की क़दर में तेज़ रफ़्तार इन्हितात (कमी) का जायज़ा लिया और करंसी के इन्हितात ( कमी) को रोकने की हिक्मत-ए-अमली पर आर बी आई के गवर्नर (RBI Governor) डी सुब्बा राव और दीगर (दूसरे/ अन्य) को कलीदी मुआवनीन से तबादला-ए-ख़्याल किया। सुब्बा राव के इलावा नायब सदर नशीन मंसूबा बंदी कमीशन (Planning Commission Deputy Chairman) मोनटक सिंह अहलुवालिया और वज़ीर-ए-आज़म की मआशी मुशावरती कौंसल के सदर नशीन (Economic Advisory Council)सी रंगा राजन भी इस मुलाक़ात के दौरान मौजूद थे।
रंगा राजन ने कहा कि कार्रवाई पर और मईशत (जीविका) की बहैसीयत मजमूई (कुल मिला कर) हालत पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया। एक दिन क़बल सुब्बा राव ने इशारा दिया था कि सेंटर्ल बैंक तेल फ़रोख्त करने वाली कंपनीयों को डालर रास्त फ़रोख्त कर सकती है ताकि रुपये पर दबाव में कमी की जा सके।
उन्होंने हुकूमत की जानिब से ख़ुदमुख्तार बॉन्ड्स पेश करने के इम्कान ( संभावना) पर मुसबत राय ज़ाहिर की ताकि अदायगीयों के बोहरान के तवाज़ुन ( संतुलन) से निमटा जा सके।