कांग्रेस पार्टी की हलीफ़ जमातों के साथ मुश्किलात ने आज एक नया रुख इख्तेयार कर लिया जबकि एन सी पी सरबराह और मर्कज़ी वज़ीर शरद पवार ने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के तबसिरा पर शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया और कहा कि उसे उन की पार्टी को बेहद तकलीफ़ पहुंची।
मनमोहन सिंह ने कल पार्लीमेंट में हलीफ़ जमातों के रवैय्या पर तबसिरा करते हुए कहा था कि मख़लूत हुकूमत में बाअज़ ऐसी पेचीदगियां होती हैं, जिनकी वजह से हुकूमत के लिए फ़ैसले करना बेहद मुश्किल हो जाता है। शरद पवार ने कहा कि वो एन सी पी के सरबराह हैं और उन की जमात के पार्लीमेंट में 15 अरकान है।
हम वज़ीर-ए-आज़म और हुकूमत के साथ गुज़श्ता 7 से 8 साल काम कर रहे हैं और हम मख़लूत धर्म निभा रहे हैं। इस के बावजूद वज़ीर-ए-आज़म का हलीफ़ जमातों के बारे में इस तरह का तब्सिरा काफ़ी तक़लीफ़देह है। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने कल डी एम के पर भी तन्क़ीद की थी, जिसने श्रीलंका तमिल मसला पर हुकूमत की ताईद से दसतबरदारी का इंतेबाह दिया था।