वज़ीर-ए-आज़म बनने के लिए बेचैन नहीं हूँ : राहुल

वाराणसी, ०७ फ़रवरी (पी टी आई) राहुल गांधी ने आज कहा कि वो वज़ीर-ए-आज़म बनने के लिए बेचैन नहीं लेकिन बदस्तूर पाबंद अह्द हैं कि उत्तर प्रदेश में तबदीली लाई जाय जहां अवाम को गुज़श्ता 22 बरसों से मुतवातिर हुकूमतों ने बेवक़ूफ़ बनाया है। एक मुख्तलिफ़‍ उन्नाव प्रेस कान्फ्रेंस में पुरजोश राहुल ने एल के अडवानी को कर्नाटक, उत्तराखंड, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब में क़्रप्शन या कारगिल जंग में ताबूत अस्क़ाम के लिए हदफ़ तन्क़ीद बनाया हालाँकि बी जे पी लीडर ने मुल्क भर में मुख़्तलिफ़ यात्राएं निकाली हैं।

क़्रप्शन पर सवालात के जवाब देते हुए गांधी सपूत ने कहा कि जब उन्हों ने तजवीज़ पेश की कि लोक पाल को दस्तूरी मौक़िफ़ दिया जाय तो अपोज़ीशन ने इस पर हंसी उड़ाई। लेकिन ये होकर रहेगा। अपनी बहन प्रियंका के कल वाले रिमार्क के ताल्लुक़ से पूछने पर कि वो वज़ीर-ए-आज़म बनने के लिए मौज़ूं हैं, राहुल ने जवाब में कहा कि वो इस ओहदा के लिए जुनूनी नहीं लेकिन उत्तर प्रदेश के साथ ग़ैरमामूली वाबस्ता हैं जहां वो असेंबली चुनाव के दौरान बेतकान इंतेख़ाबी मुहिम चला रहे हैं।

हिंदूस्तान के तमाम सयासी क़ाइदीन, तमाम बड़े क़ाइदीन को वज़ारत-ए-उज़मा का जुनून है। ये राहुल गांधी का जुनून नहीं है। मेरी चाहत कुछ और है। मैं चाहता हूँ कि इस तर्ज़-ए-अमल को बदला जाय जिस तरह हम इस रियासत में काम करते आए हैं, मेरा मानना है कि अवाम की आवाज़ ना सुनना निहायत बड़ा जुर्म है। मेरी कोई बड़ी खूबियां नहीं हैं। मेरे पास यही ख़ूबी है कि इस मुल्क के बाअज़ लोग मुझ पर यक़ीन करते हैं।

अगर यू पी के एक फ़ीसद अवाम भी मुझ पर भरोसा करते हैं तो ये मेरे लिए काफ़ी रहेगा। राहुल ने कहा कि स्याह झंडियां, जूते या गोलीयां तक उन्हें अपने रास्ते से रोक नहीं पाएंगे। मैं किसी से नहीं डरता। लोक पाल को दस्तूरी मौक़िफ़ की पुरज़ोर हिमायत करते हुए उन्हों ने इस कलीदी क़ानूनसाज़ी को मंज़ूरी में रुकावट पैदा करने के लिए अपोज़ीशन को मौरिद इल्ज़ाम ठहराया। ये निशानदेही करते हुए कि दस्तूरी मौक़िफ़ के हामिल इलेक्शन कमीशन के ख़ाके में ख़ूबसूरती पाई जाती है, राहुल ने कहा, हमें लोक पाल बिल ऐसे ही ख़ुतूत पर बनाना चाहीए।

हम ऐसा लोक पाल बिल बनाये जो आज़ादी की इजाज़त दे, जो लोक पाल को आज़ादी और ताक़त दे। अपोज़ीशन को हदफ़ तन्क़ीद बनाते हुए उन्हों ने कहा, मिस्टर अडवानी और दीगर अपोज़ीशन क़ाइदीन ने मेरी हंसी उड़ाई। मैंने उन्हें ख़ुद अपनी आँखों से देखा कि वो बैठ कर हंस रहे थे। ये नज़रिया इस मुल्क का एक बुनियादी और ताक़तवर नज़रिया है और उन्हें हंसी आई। आप उनसे पूछें कि क्यों उन्हों ने लोक पाल मंज़ूर नहीं किया।

उन्होंने ये बयान करते हुए कि अपोज़ीशन लीडर ने उसे राहुल का नज़रिया क़रार दे दिया, उन्हों ने कहा कि ये दरहक़ीक़त हिंदूस्तान का नज़रिया है। कांग्रेस लीडर ने दावा किया कि ये बहरहाल मंज़ूर होगा चाहे अपोज़ीशन की मर्ज़ी हो या ना हो। अडवानी को उन की यात्रा के लिए तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए राहुल ने कहा कि बी जे पी लीडर ने बी जे पी ज़ेर इक़तिदार रियासतों में क़्रप्शन को नजरअंदाज़ कर दिया। जहां कहीं कांग्रेस पार्टी में किसी भी मुक़ाम पर किसी भी वक़्त तरक़्क़ी का मसला सामने आया, हम ने कार्रवाई की और करते रहेंगे। हम ने वज़ीरों को जेल में डाला है।

उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि चीफ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी मौजूदा तौर पर अपनी रियासत में लोक आयुक़्त के तक़र्रुर को रोकने की जद्द-ओ-जहद कर रहे हैं। राहुल ने ये एतिमाद भी ज़ाहिर किया कि इन इंतिख़ाबात में कांग्रेस का यू पी में एहया-ए-होगा और आने वाले चुनाव में इन की पार्टी मज़बूत होजाएगी ।

उन्होंने कहा कि अवाम कांग्रेस पर नज़रें लगाए हुए हैं। जहां कहीं मैं जा रहा हूँ लोग कह रहे हैं कि हमें गुज़श्ता 22 साल से बेवक़ूफ़ बनाया जा रहा है। राहुल ने कहा कि इन का काम उस वक़्त तक मुकम्मल नहीं होगा जब तक आम हुकूमत , किसानों ,मज़दूरों को इन का मुस्तहक़ा मुक़ाम नहीं मिल पाता, चाहे पार्टी को 200 नशिस्तें हासिल हो यह 400 यह सिर्फ 2 । बैरूनी बैंकों में काला धन वापस लाने के बारे में और योगा गुरु राम देव के मौक़िफ़ पर राहुल ने कहा कि राम देव अपने चार यह पाँच भक्तों को काली झंडियां दे कर भेज रहे हैं, ये सोच कर कि राहुल भाग जाएगा।

मुअल्लक़ इवान की सूरत में हिक्मत-ए-अमली के बारे में सवालात पर राहुल ने वाज़िह कर दिया कि कोई भी पार्टी के साथ इत्तेहाद नहीं किया जाएगा की उनका यहां उन के आने का मक़सद तबदीली लाना है। उन्होंने कहा कि हिक्मत-ए-अमली बस इतनी है कि हम गरीबों और आम लोगों ना कि किसी पार्टी के साथ इत्तेहाद करेंगे । रियासत की तरक़्क़ी के बारे में उन्हों ने कहा कि वसीअ नज़रिया से देखा जाय तो ये उसी वक़्त मुम्किन होगा जब इस अमल में तमाम लोगों को शामिल किया जाय, तमाम लोगों की आवाज़ सुनी जाय और उसे मर्कज़ी उसके मात जैसे एम एन आर अजी इस , हक़ तग़ज़िया और हक़ तालीम से रुजू किया जाए।

राहुल ने ये दावा करते हुए कि उत्तर प्रदेश में काफ़ी इमकानात मौजूद हैं, ये कहा कि उन्हें इस रियासत की सूरत-ए-हाल में तबदीली का सौ फीसदी यक़ीन है। यहां के लोगों और नौजवानों में रियासत को तब्दील करने की उमंग है और यू पी को बस इसी शख्सियत की ज़रूरत है जो उसे रूबा अमल ला सके। उन्हों ने कहा कि इस रियासत की तरक़्क़ी मुल़्क की तरक़्क़ी के लिए ही ज़रूरी है।

रियासत की तक़सीम से मुताल्लिक़ सवाल पर राहुल ने कहा कि ये पेचीदा मसला है और माहिरीन की राय ज़रूरी है।