वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह जापान से थाईलैंड रवाना

टोकीयो 30 मई (पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह आज जापान के दौरे के इख़तेताम पर थाईलैंड रवाना होगए जिस के दौरान दोनों ममालिक ने सीवीलीन न्यूक्लियर मुआहिदे के मुज़ाकरात में तहरीक पैदा करने और बहरी सयान्ती तआवुन में इज़ाफे का फ़ैसला किया।

वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह का 3 रोज़ा सरकारी दौरा इख़तेताम पज़ीर हुआ, जिस के दौरान उन्होंने सियोल न्यूक्लियर तआवुन मुआहिदे की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और तस्लीम किया कि दोनों ममालिक केलिए न्यूक्लियर तहफ़्फ़ुज़ अव्वलीन तर्जीह है।

डाँक्टर मनमोहन सिंह के साथ‌ एक आला सतही वफ़द भी एक रोज़ा दौरे पर बैंकाक के लिए रवाना हुआ जहां थाईलैंड को आसियान इलाक़े का कलीदी बाब अलद अखिला समझता है और इसके साथ अपने ताल्लुक़ात में इज़ाफ़ा करके उन्हें दिफ़ाई शराकतदारी की सतह तक पहुंचा देना चाहता है।

वज़ीर-ए-आज़म के दौरे से क़बल विज़ारत-ए-ख़ारजा थाईलैंड ने कहा कि बाहमी इजलास दोनों ममालिक के हिंद – थाई ताल्लुक़ात को दिफ़ाई शिराकतदारी की सतह तक पहुंचा देने की ख़ाहिश ज़ाहिर करता है जिसका गुज़िश्ता साल जनवरी में ऐलान किया गया था।

दौरे के मौक़े पर कई शोबों में मुफ़ाहमत की याददाश्तों पर दस्तख़त किए जाऐंगे। जुग़राफ़ियाई सियासत जैसे सहि फ्रीकी क़ौमी शाहराह प्रोजेक्ट को क़तीअत दी जाएगी।

दोनों मुल्क‌ के वुज़रा इस मौज़ू पर ख़्याल करेंगे। वज़ीर-ए-आज़म के हमराह मुशीर क़ौमी सलामती शिव शंकर मेनन, प्रिंसिपल सेक्रेटरी बराए वज़ीर-ए-आज़म पोलोक चटर्जी, मोतमिद ख़ारिजा रंजन मथाई और दीगर सीनीयर ओहदेदार भी हैं।

तक़रीबन 9 साल के वक़फ़ा के बाद डाँक्टर मनमोहन सिंह पहले वज़ीर-ए-आज़म हिन्दुस्तान हैं, जो थाईलैंड का दौरा कररहे हैं। क़ब्लअज़ीं 2004 -ए-में उस वक़्त के वज़ीर-ए-आज़म अटल बिहारी वाजपाई ने थाईलैंड का दौरा किया था।

वज़ीर-ए-आज़म थाईलैंड अंग लक शिनावात्रा के हवाले से विज़ारत-ए-ख़ारजा थाईलैंड ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म थाईलैंड , वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से तबादला-ए-ख़्याल की शिद्दत से मुंतज़िर हैं।