मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद ने नमाज़ जुमा से पहले ख़िताब में एक मर्तबा फिर मुस्लमानों के इत्तिहाद पर ज़ोर दिया और कहा कि मिल्ली मसाइल में हमें हर तरह के इख़तिलाफ़ से बालातर हो कर मुत्तहिद होकर आवाज़ उठानी चाहिए।
शाही इमाम ने मुज़फ़्फ़र नगर और मग़रिबी उत्तरप्रदेश की सूरत-ए-हाल पर अफ़सोस का इज़हार किया और ज्यादा तादाद में मुस्लमानों की हलाकत पर शदीद रंज-ओ-ग़म का इज़हार किया। उन्होंने कहा कि हैवानियत और दरिंदगी का जो रक़्स उत्तरप्रदेश में हुआ है उस पर हमारी आँखें नम हैं और उत्तरप्रदेश की हुकूमत अपने आप को फ़िर्क़ा परस्तों के साथ साज़ बाज़ के इल्ज़ाम से बरी नहीं कर सकती।
शाही इमाम ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने एक ना तजुर्बा कार शख़्स को उत्तरप्रदेश की हुकूमत सपुर्द कर के बहुत बड़ी ग़लती की है। उत्तरप्रदेश आज भी सब से बड़ा सूबा है। उन्होंने अपने नाम पर वोट लिया और मुस्लमानोंने उनका साथ दिया। आज वो मुस्लमानों को नजरअंदाज़ कररहे हैं और उनकी पार्टी में कुछ लोग मुस्लिम साथियों को नजरअंदाज़ कररहे हैं।
ये बातें नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त हैं। हमारा मुतालिबा है कि सब से पहले क़सूरवार अफ़िसरों को सज़ाएं दी जाएं मुअत्तल किया जाये और सी बी आई तहक़ीक़ात कराई जाये। मुस्लमानों के जान-ओ-माल की हिफ़ाज़त की जाये। मुस्लमानों की अंधा धुंद गिरफ्तारियां बंद की जाएं। फ़िर्क़ा परस्तों को गिरफ़्तार करके मुक़द्दमे चलाए जाएं।
हलाक शुदगान केलिए बीस बीस लाख मुआवज़े दिए जाएं जिन घरों और दूकानदारों को जलाया गया है उनका पूरा मुआवज़ा दिया जाये। जो ज़ख़मी हैं उनका सरकारी ईलाज-ओ-मुआलिजा कराया जाये और मुआवज़ा दिया जाये। आइन्दा इस तरह की ग़फ़लत नहीं होगी इसका यक़ीन दिलाया जाये।
मुलायम सिंह हुकूमत ख़ुद सँभालेंगे और अखिलेश यादव इस्तीफ़ा दें। शाही इमाम ने वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह से पुरज़ोर अपील की कि वो मुज़फ़्फ़र नगर फ़सादज़दा इलाक़ों का दौरा करें और सी बी आई जाँच का हुक्म दें और मुस्लमानों के जान-ओ-माल की हिफ़ाज़त को यक़ीनी बनाए उनका ये इक़दाम मुल्क केलिए और पार्टी केलिए मुफ़ीद होगा।