वज़ीर-ए-आज़म वापिस जाओ , डीज़ल की क़ीमत कम करो

बैन-उल-अक़वामी कान्फ़्रैंस में वज़ीर-ए-आज़म के ख़िलाफ़ वकील की नारे बाज़ी सुप्रीम कोर्ट बार एसोसीऐशन‌ के रुकन को उठा लिया गया , विग्यान भवन में सनसनी वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के ख़िलाफ़ आज यहां एक शख़्स ने डीज़ल की क़ीमत में हालिया इज़ाफे(बडोत्री) पर एहतिजाज(अंदोलन‌) करते हुए नारे बाज़ी की जब वो एक बैन-उल-अक़वामी कान्फ़्रैंस से ख़िताब का आग़ाज़(शुरुआत‌) करने केलिए उठ खड़े हुए थे।

इस शख़्स की शनाख़्त 32 साला वकील संतोष कुमार की हैसियत से की गई है जो सुप्रीम कोर्ट बार एसोसीऐष्ण का एक रुकन(मेम्बर‌) है। इस ने कान्फ़्रैंस हाल में डैस्क पर खड़ा होकर अपना शर्ट उतार दिया और वज़ीर-ए-आज़म वापिस जाओ और डीज़ल की क़ीमतें कम करो के नारे लगाया। ये वाक़िया विग्यान भवन में पेश आया जब वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह एशिया में इक़तिसादी तरक़्क़ी और कॉरपोरेट माहौल में तबदीलीयों(बदलाव‌) के ज़ेर-ए-उनवान एक बैन-उल-अक़वामी कान्फ़्रैंस से ख़िताब केलिए अपनी नशिस्त से उठ खड़े थे।

इस नौजवान की नारे बाज़ी पर वज़ीर-ए-आज़म कुछ देर केलिए अपने मुक़ाम(जगह‌) पर ख़ामोश ठहरे रहे और स्कियोरटी ओहदेदारों ने इस तन्हा एहितजाजी(अंदोलन‌) को इस मुक़ाम से उठाकर विग्यान भवन के खुले हाल से बाहर निकाल दिया जहां से स्कियोरटी अमले ने इस वकील को उठा लिया।

एक सीनीयर पुलिस ओहदेदार ने कहा कि मशरिक़ी दिल्ली के शिकार पर का साकिन सुमन मुनासिब दावतनामे का इस्तेमाल करते हुए इस कान्फ़्रैंस हाल में पहूँचा था। स्पैशल प्रोटेक्शन ग्रुप (ऐस जी पी) ने इस नौजवानों को पुलिस को सौंपा गया जिस ने पूछगिछ के दौरान दावा किया कि वो एक सयासी जमात आर जे डी का रुकन है।

इंडियन ला इंस्टीटियूट ने इस कान्फ़्रैंस का एहतिमाम किया था जिस में हिंदूस्तान के चीफ़ जस्टिस सरोश होमी कपाडि़या और वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद के अलावा एशिया के कई वरिष्ठ कानूनी विशेषज्ञों ने भाग लिया