वज़ीर-ए-आज़म से CHOGM कान्फ़्रैंस का बाईकॉट करने की अपील

मर्कज़ी वज़ीर जहाज़रानी जी के वासन ने आज वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से मुलाक़ात की और उनसे इस्तिदा की कि हिंदुस्तान को कॉमनवेल्थ हैडस आफ़ गर्वनमेंट समेट (CHOGM) जो श्रीलंका में होने वाले है, का रियासत तमिलनाडू के एहसासात का ख़्याल रखते हुए करना चाहीए।

वज़ीर-ए-आज़म से मुलाक़ात के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ समेट में शिरकत करने या ना करने के बारे में हिंदुस्तान ने अभी कोई क़तई फ़ैसला नहीं किया है लेकिन इसका ऐलान मुनासिब-ए-वक़्त पर किया जाएगा। उन्होंने एक बार फिर यही बात कही कि वज़ीर-ए-आज़म से मुलाक़ात का मक़सद उन्हें रियासत तमिलनाडू के अवाम के एहसासात से वाक़िफ़ करवाना था।

यही नहीं बल्कि रियासत तमिलनाडू की एसेंबली ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर एक क़रारदाद भी मंज़ूर की है जिस के तहत हिंदुस्तान से ये ख़ाहिश की गई है कि वो श्रीलंका में आइन्दा माह होने वाले CHOGM समेट का मुकम्मल तौर पर मुक़ातआ(विरोध) करे। उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म ने उनके मांग‌ की इंतिहाई सब्र-ओ-तहम्मुल के साथ समाअत की और तीक़न दिया कि जो भी फ़ैसला किया जाएगा वो तमिलनाडू के अवाम को मद्द-ए-नज़र रख कर ही किया जाएगा और फ़ैसला यक़ीनन अच्छा होगा।

वासन ने कहा कि उन्होंने वज़ीर-ए-आज़म को माही गीरों को दरपेश मसाइल से भी वाक़िफ़ करवाया जिस पर उन्होंने तश्वीश का इज़हार करते हुए कहा कि मर्कज़ इस मुआमला की यकसूई के लिए साज़गार माहौल तैयार कररहा है।