वज़ीर-ए-ख़ारजा ऐस ऐम कृष्णा ने मर्कज़ी काबीना में इतवार को होने वाली रद्दोबदल से पहले आज इस्तीफ़ा दे दिया ।कर्नाटक से ताल्लुक़ रखने वाले 80साला क़ाइद ऐस ऐम कृष्णा बताया जाता है कि वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को आज दोपहर अपना खत इस्तीफ़ा रवाना कर दिया ।
इस दौरान ये इशारे मिलें हैं कि कर्नाटक में अगले साल महिने मई से पहले होने वाले रियास्ती असैंबली के चुनाव में मिस्टर कृष्णा को इस रियासत में पार्टी की अहम ज़िम्मेदारी सौंपी जाएंगी । उन के इस इस्तीफे से ये वाज़िह होगया है कि मर्कज़ी मजलिस वुज़रा में इतवार को रद्दोबदल यक़ीनी होगया है और तवक़्क़ो की जा रही है कि चंद नए चेहरों को भी शामिल किया जाएगा जो राहुल गांधी से क़ुरबत रखते हैं ।
अलावा अज़ीं चंद मुल्की वुज़रा को काबीनी दर्जा दिया जाएगा ।ताहम राहुल गांधी बज़ात-ए-ख़ुद काबीना में शामिल होंगे या नहीं ये मसला क़ियास आराईयों की हद तक महिदूद है । इस दौरान बाख़बर ज़राए ने कहा है कि कुछ अर्सा पहले राहुल गांधी ने काबीना में शमूलीयत से दिलचस्पी का इज़हार किया था ।
मिस्टर कृष्णा को 2009 के आम चुनाव के फ़ौरी बाद वज़ीर-ए-ख़ारजा मुक़र्रर किया गया था । बादअज़ां यू पी ए।I काबीना में जब कभी रद्दोबदल किया जाता था इस से पहले मुख़्तलिफ़ क़ियास आराईयों मे ऐस ऐम कृष्णा का नाम भी लिया जाता था । मिस्टर कृष्णा ने इमकानी जांनशीन की हैसियत से उभरने वाले नामों में वज़ीर-ए-तजारत आनंद शर्मा भी शामिल हैं ।
इतवार को होने वाली रद्दोबदल के दौरान बाअज़ ऐसे वुज़रा से ज़ाइद ज़िम्मेदारीयां वापिस ले ली जाएंगी जो फ़िलहाल एक से ज़ाइद क़लमदान सँभाले हुए हैं । तलगु फ़िल्म स्टार से सयासदां बनने वाले चिरंजीवी को आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के इस्तिहकाम को यक़ीनी बनाने में अपने 18अरकान असैंबली के साथ मदद के इनाम के तौर पर काबीना में शामिल किया जा सकता है ।
अब ये बात कोई राज़ नहीं रही कि ख़ुद वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह भी राहुल गांधी को काबीना में शामिल करने से दिलचस्पी रखते हैं लेकिन कांग्रेस के इस जवाँसाल रुकन पार्लीमैंट ने खुले आम अपनी दिलचस्पी का इज़हार नहीं किया है । क्योंकि वो फ़िलहाल कांग्रेस को मुस्तहकम(जगह) बनाने और तंज़ीमी उमोर बिलख़सूस नौजवानों के शोबा पर अपनी तवज्जु मर्कूज़ किए हुए हैं ।
ब्यान किया जाता है कि कांग्रेस आम आदमी तक रसाई के लिए मज़ीद इक़दामात पर तवज्जु मर्कूज़ कररही है । क़ौमी देही ज़मानत रोज़गार स्कीम (एन आर अजी ) के ख़ुतूत पर मज़ीद इक़दामात करना चाहती है क्योंकि पिछ्ले चुनाव में इस स्कीम के सबब कांग्रेस को भारी फ़ायदा पहुंचा था ।
सचिन पायलट और जीवित्र आदित्य संध्या जैसे नौजवान वुज़रा को तरक़्क़ी दी जा सकती हैं और उन्हें आज़ाद क़लमदान हासिल होसकते हैं ।कुछ अर्से से काबीना में रद्दोबदल की क़ियास आराईयां की जा रही थी बिलख़सूस तृणमूल कांग्रेस वुज़रा के इस्तीफे के बाद इन क़ियास आराईयों में मज़ीद इज़ाफ़ा होगया था ।
अलावा अज़ीं डी ऐम के दो नुमाइंदे ए राजा और दयानिधि मरण दो साल पहले 2G अस्क़ाम में अपना नाम आने के बाद मुस्ताफ़ी होगए थे लेकिन डी ऐम के के सदर करूणानिधि ने वाज़िह करदिया कि इन की पार्टी काबीना में अपने लिए नशिस्तों का दावा नहीं करेगी