पडुचेरी, ३१ अक्टूबर ( पी टी आई) एक मुक़ामी ( स्थानीय) अदालत ने शंकर रमन क़त्ल केस की समाअत ( सुनवायी) को 5 नवंबर तक मुल्तवी कर दिया है जिस में कांची शंकर आचार्य सरस्वती और उन के मातहत विजेंदर कलीदी मुल्ज़िमीन हैं ।
ख़ुसूसी पब्लिक प्रासीक्यूटर एन देवदास ने मीडीया नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट ओ सेशन जज सी एस मोरो गन ने इस क़त्ल मुआमला में जरह के लिए 5 नवंबर की तारीख़ मुक़र्रर की है ।
याद रहे कि मक़्तूल ( मृतक) की बेवा पदमा ने अप्रैल में दाख़िल करदा अपनी एक अर्ज़ा दाश्त से दस्तबरदारी इख़तियार कर ली है जिस में इस ने इस मुआमला की दुबारा समाअत ( सुनवायी) और अपने और अरकान ख़ानदान के लिए पुलिस तहफ़्फ़ुज़ ( सुरक्षा) फ़राहम करने का मुतालिबा किया था ।
मक़्तूल शंकर रमन के फ़र्ज़ंद ( बेटे) आनंद शर्मा ने आज अपनी माँ की जानिब से एक दरख़ास्त का इदख़ाल (दाखिल) किया जिस में इन की ( माँ) जानिब से दाख़िल करदा तमाम साबिक़ दरख़ास्तों से दस्तबरदार होने की ख़ाहिश की गई थी क्योंकि पदमा का कांची पुरम मैं ईलाज चल रहा है और मुक़द्दमा की समाअत के दौरान वो बार बार पडुचेरी आने से क़ासिर है ।
आज जब अदालत में मुक़द्दमा की समाअत शुरू हुई तो उस वक़्त 24 के मिनजुमला 20 मुल्ज़िमीन बिशमोल ( जिसमें) विजेंदर अदालत में मौजूद थे । शंकर रमन का क़त्ल कांची पुरम के मंदिर में 3 सितंबर 2004 को हुआ था ।