शंकर सिंह वाघेला की कांग्रेस में हो सकती है वापसी, जमकर की राहुल की तारीफ

कांग्रेस के बागी नेता शंकर सिंह वाघेला एक बार फिर पार्टी में वापसी की राह तलाश रहे हैं। कांग्रेस आलाकमान तक अपनी बात पहुंचाने के लिए उन्होंने बुधवार को दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस किया और आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को अपने समर्थन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में वे कांग्रेस के लिए प्रचार भी करेंगे। उन्होंने राहुल की तारीफ करते हुए भविष्य का नेता बताया। गुजरात के दिग्गज नेताओं में से एक रह चुके वाघेला ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार ने जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता पूरी तरह खो दी है और जनता अब उनसे छुटकारा चाहती है। इसके लिए सभी दलों को एक साथ आना चाहिए और वे इसके लिए प्रयास करेंगे।

वाघेला ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री बनाम देश की जनता का है। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि भाजपा को हराने के लिए बाकी सभी दलों को एक साथ आ जाना चाहिए और महागठबंधन के तले मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सभी दलों को एक साथ लाने के लिए वे काम करेंगे। जो दल किन्हीं वजहों से अभी साथ आने से हिचक रहे हैं, उन्हें भी गठबंधन में लाने के लिए वे प्रयास करेंगे।

इस सवाल पर कि महागठबंधन का नेता कौन होगा, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री वाघेला ने कहा कि जनता समय के हिसाब से अपना नेता चुन लेती है। महागठबंधन के नेता के रूप में भी कोई सामने आ जायेगा। लेकिन सिर्फ इसी सवाल के कारण साथ आने में किसी को कोई हिचक नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के खिलाफ जनता में बहुत गुस्सा है। लोग मोदी के झूठे भाषणों से ऊब चुके हैं। वे अब उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं। सभी राजनीतिक दलों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे उसकी इच्छा को पूरा करने के लिए आपसी मतभेदों को भुलाकर एक साथ एक मंच पर आ जाएं। उन्होंने कहा कि जब उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए भारी बहुमत मिला था, तब मैंने उनसे जनता को किये वायदे पूरे करने की बात कही थी। लेकिन आज यह सबके सामने आ चुका है कि यह सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। अपनी असफलता को छिपाने के लिए गाय, गंगा, दादरी और बाबरी जैसे मुद्दे उठाए जा रहे हैं।

वाघेला की कांग्रेस में वापसी की संभावनाओं के मुद्दे पर बात करने पर पार्टी के एक शीर्ष नेता ने कहा कि उनकी वापसी की राह बंद हो चुकी है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी भूमिका बेहद नकारात्मक रही है। उनकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। ऐसे में पार्टी में उनकी वापसी की कोई संभावना नहीं है। लगभग 78 साल के हो चुके वाघेला गुजरात की राजनीति के बड़े चेहरे रहे हैं। वे गुजरात के मुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री, पांच बार लोकसभा सदस्य और एक बार राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं।