नई दिल्ली, ०६ जनवरी: (पी टी आई) हुकूमत ने आज कहा कि चीन के शहर यूह में ग़लत बरताओ से परेशान दो हिंदूस्तानी ताजरीन अब शंघाई में महफ़ूज़ हैं लेकिन उन की फ़ौरी वतन वापसी का इमकान नहीं है क्योंकि उन्हें हिंदूस्तान आने के लिए उन के ख़िलाफ़ जो पेचीदगियां पैदा हुई हैं इन को पूरा करने तक इंतिज़ार करना पड़ेगा।
वज़ारत-ए-ख़ारजा के ख़ुसूसी ओहदेदार सय्यद अकबर उद्दीन ने बताया कि शंघाई में हिंदूस्तानी ताजरीन और हिंदूस्तानी क़ौंसलख़ाना के ओहदेदार एक दूसरे से राबिता रखे हुए हैं। हम उन के मुक़ाम का इन्किशाफ़ करना नहीं चाहते क्योंकि ये लोग अभी भी सदमा से दो-चार हैं।
इस के इलावा ये एक ख़ानगी मुआमला हैं। उन्हों ने कहाकि ताजरीन के अरकान ख़ानदान ने उन की शनाख़्त दीपक रहेजा और श्याम सुंदर अग्रवाल की हैसियत से की है। उन्हों ने उन के मुक़ाम से मुताल्लिक़ इत्तिला दी है और बताया गया है कि वो शंघाई में महफ़ूज़ हैं।