शत्रुघ्न को लालू-नीतीश की सलाह, अंजाम की परवाह किए बिना उठाएं आवाज

पटना : बिहार के वज़ीरे आला नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने अपने दोस्त और सिने एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा की किताब का लोकर्पाण करते हुए बीजेपी के दरकिनार किए गए एमपी से दरख्वास्त किया कि वे खामोश नहीं हो जाएं और बिना अंजाम की परवाह के सच बोलते रहें। नीतीश और लालू ने सिने एक्टर और पटना साहिब से बीजेपी एमपी शत्रुघ्न सिन्हा की ज़िन्दगी पर आधारित किताब ‘एनिथिंग बट खामोश’ का उनके अपने आबाई शहर पटना में जुमा को लोकार्पण किया।
इस किताब लोकार्पण तकरीब के दौरान नीतीश, लालू और शत्रुघ्न के बीच भाईचारगी का खूब प्रकटीकरण हुआ और वे एक दूसरे की तारीफ करते रहे। वहीं इस तकरीब में बीजेपी का कोई लीडर मौजूद नहीं था। अपनी पार्टी के एमपी जिन्हें पार्टी ने हाल में ख़त्म हुए बिहार एसेम्बली इन्तिखाब के दौरान दरकिनार कर दिया था, के तकरीब से बीजेपी लीडरों की गैर हाज़िर इस पार्टी के लिए बेशक असहज होगी।

शत्रुघ्न की किताब का लोकार्पण तकरीब में पूनम ढिल्लन और शेखर सुमन के साथ-साथ मुख्तलिफ शोबे के खास हस्तियों की मौजूदगी की वजह भव्य रहा। इस मौके पर पटना हाई कोर्ट के कार्यकारी चीफ जस्टिस इकबाल अहमद अंसारी भी मौजूद थे। मुंबई के पत्रकार भारती प्रधान की तरफ से लिखित शत्रुघ्न की इस किताब का सबसे पहले लोकार्पण दिल्ली में अपने ‘मित्र, दार्शनिक और पथ प्रदर्शक’ बीजेपी के सीनियर लीडर लाल कृष्ण आडवाणी ने किया था और उसके बाद मुंबई में उनके सहकर्मी और सिने एक्टर अमिताभ बच्चन की तरफ से उसे लोकार्पित किया गया था। तकरीब के दौरान आरजेडी सरबराह लालू प्रसाद ने टीवी शो ‘पोल-खोल’ के दौरान उनकी नकल करने वाले प्रोग्राम के एंकर शेखर सुमन को गले लगाया।