हैदराबाद 07 अक्टूबर: मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव जिलों में भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने अधिकारियों को एहसास जवाबदेही के साथ काम करने की सलाह दी और सबसे महिकमा मॉल में घोटालों का एतराफ़ किया। काम के आधार पर कुछ मह्कमाजात को एक दूसरे और जरूरत के अनुसार दक्षता और कम करने का निर्देश दिया।
अधिक जिलों वाले राज्यों के प्रदर्शन की समीक्षा अधिकारियों को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और बिहार को रवाना करने का फैसला किया है। नए जिलों में सरकारी अधिकारियों के कामकाज और कल्याणकारी योजनाओं जायज़ा लेने मुख्यमंत्री ने मानव संसाधन विकास में अधिकारियों की बैठक बुलाई जिसमें मंत्रियों हरीश रावٴ, जगदीश्वर रेड्डी, एम। पी विनोद कुमार, भागीरता, प्रशांत रेड्डी, मुख्य सचिव राजीव शर्मा के अलावा विभिन्न मह्कमाजात के सचिवों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की सुविधा के लिए नए जिलों का गठन हो रही है जिसके लिए मौजूदा प्रणाली में बड़े पैमाने पर सुधार की जरूरत है ताकि कार्यों में तेजी और आसानी पैदा हो और उम्मीद के मुताबिक परिणाम बरामद किए जा सके।
सबसे ज़ियादा महिकमा मॉल में भ्रष्टाचार है। इन मह्कमाजात में विशेषकर विभाग मॉल में नागरिक चयापटर का पालन करने की सलाह दी। मुख्य योजना अधिकारी के महत्व को विस्तार देते हुए जिलों के साथ मंडल स्तर के लिए विकास रणनीति तैयार करने और स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों की पहचान करके लाभ का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ स्थानों पर एक अधिकारी को एक ही नाम से पुकारा जाता है। जिला स्तर के अधिकारी उसके कैडर के अंतर्गत जोड़े बिना जिले अधिकारी का दर्जा देने का निर्देश दिया और मंडल राजस्व अधिकारी को तहसीलदार, सब एमआरओ को सब तहसीलदार के रूप में बलाने का सुझाव दिया। अधिक जिलों रखने वाले राज्यों में कामकाज की समीक्षा के लिए उत्तर प्रदेश को एस के जोशी, मध्य प्रदेश को किशोर कुमार, छत्तीसगढ़ को मतया, हरियाणा को नवीन मित्तल, ओडिशा को बीबी आचार्य, तमिलनाडु को अजय मिश्रा, बिहार को एसपी सिंह को रवाना करने का फैसला किया।