मुंबई। दक्षिण भारतीय अदाकारा शमिता शर्मा ने एसीपी ढोबले कि मुखालिफत में नंगे फोटो जारी कर दिए। उन्होंने जिस्म पर छोटे-छोटे तिरंगे कपड़े पहन रखे थे। उनका कहना है कि उनका मकसद लोगों को ढोबले जैसे पुलिस वालों की मोरल पुलिसिंग के खिलाफ बैदार करना है।
उत्तरप्रदेश के जौनपुर में लोहा सिंह और बनारस में टाइगर जैसे पुलिस अधिकारियों ने अपनी दबंगई से जो ख्याति अर्जित की थी, उसी परंपरा को मुंबई में हॉकी चलाकर आगे बढ़ा रहे हैं एसीपी ढोबले .
हालत ये है कि इन दिनों एक ओर ढोबले कि मुखालिफत में रैलियां निकल रही हैं, तो मुंबई का एक ग्रुप उनकि हिमायत में आ खड़ा हुआ है। मोरल पोलिसिंग कि मुखालिफत कर रहे लोगों का कहना है कि एसे पुराने कानूनों को तुरंत बदला जाना चाहिए। वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि ये कानून जरूरी है।
अपनी रंगीनियों के लिए मशहूर मुंबई में हर नुक्कड़ पर बार, पब और क्लब देखे जा सकते हैं। समाजसेवा शाखा के एसीपी वसंत ढोबले इन दिनों इन्हीं बारों और पबों में अचानक पहुंचकर छापा मारते हैं, वहां मौज-मस्ती कर रहे लडकों पर हॉकी बरसाते हुए उन्हें थाने लाकर सलाखों के पीछे डाल देते हैं ।
उनके शिकार बनने वालों में कई लड्के लड्कीयां अच्छे घरों से भी होते हैं । एक बार ढोबले के फंदे में फंसने के बाद उनका नाम अखबारों में उछलता है, और उनके खान्दान की बदनामी होती है। इसलिए ढोबले की कार्रवाइयों को लेकर इन दिनों मुंबई के एक ग्रुप में बैचेनी देखि जा रहि है। यही बैचेनी रविवार को बांद्रा में एक रैली के रूप में सामने आया, जहां करीब एक हजार लड्कों ने हाथों में ढोबले विरोधी बैनर और हॉकी लेकर रैली निकाली।
वहीं मुंबई का ही एक ग्रुप एसा भी है, जो ढोबले की कार्रवाइयों कि हिमायत कर रहा है । इस ग्रुप का मानना है कि पब और क्लब से नौजवान नसल तो बरबाद हो ही रही है, इन पबों के आसपास रहने वाले आम लोगों को भी अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समूह ने भी रविवार को एक लाइब्रेरी में इकट्ठा होकर ढोबले को हिमायत देने का एलान किया।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले तक मुंबई में बाकायदा लाइसेंस रखने वाले डांस बार होते थे, जहां फिल्मी गानों पर डांस करती बार बालाओं के बीच देर रात तक शराब परोसी जाती थी। अगस्त, 2005 को मुंबई के डांस बारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया, लेकिन पबों और क्लबों में रात की रंगीनियां उसके बाद भी चालू रहीं हैं। अब एसीपी ढोबले की सक्रियता ने इन पबों के हिमायत करने वालों और मुखालिफत करने वालों के बीच एक नई बहस को जन्म दे दिया है ।
सोमवार को धोबले ने मसाज पार्लर में छापामारी कर सात लड़कियों को सेक्स रैकेट के दलदल से निकाला। धोबले का कहना है कि पार्लर में कई लड़कियों को जबरन जिस्म बेचने के लिए मजबूर किया जाता था। मुंबई के बार मालिकों और मसाज पार्लर चलाने वालों के बीच इन दिनों धोबले का आतंक है।