शमी से गुजारा भत्ता के लिए हसीन जहान ने इतने बड़े रकम की मांग की, कोर्ट में लगाई अर्जी

भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज और अपने पति मोहम्मद शमी पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाने के बाद हसीन जहां अब अलीपुर कोर्ट पहुंची हैं। यहां उन्होंने शमी के खिलाफ केस दर्ज अदालत से दस लाख रुपए महीना बतौर गुजारा भत्ता दिए जाने की मांग की है।

मंगलवार (10 अप्रैल, 2018) को कोर्ट पहुंचीं हसीन जहां ने कहा है कि उन्हें अपना और बेटी के भरण-पोषण के लिए हर महीने दस लाख रुपए दिए जाएं।

साल 2005 में घरेलू हिंसा के खिलाफ बने एक्ट के तहत सुनवाई करते हुए तीन जजों की खंडपीठ ने, शमी और जिनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है, शमी को 15 दिनों के भीतर कोर्ट में हाजिर होने को कहा है।

मामले में हसीन जहां के वकील जाकिर हुसैन ने बताया, ‘हमने एडिशनल चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट के कोर्ट से संपर्क किया, जिन्होंने मामले में तुरंत सुनवाई करते हुए इसे तीसरे न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट में भेजा।

जहां कोर्ट ने हमारी याचिका पर तुरंत सुनवाई करते हुए एक आदेश पारित किया। इसमें शमी के पक्ष को 15 दिनों के भीतर कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया गया। कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 4 मई, 2018 तय की है।’

गौरतलब है कि मुताबिक हसीन जहां मंगलवार को सुबह करीब 10:30 कोर्ट पहुंचीं। यहां उन्होंने शमी और उनकी मां अंजुमन आरा बेगम, शमी की बहन सबीना अंजुम, शमी के भाई मोहम्मद हसीब अहमद और उनकी पत्नी शमा परवीन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

सभी वही लोग हैं जिनके खिलाफ हसीन जहां ने 8 मार्च को कोलकाता के जादवपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की थी। बाद में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 498A, 323, 307, 376, 506, 328 और 34 के तहत केस दर्ज जांच शुरू की थी।

इस दौरान पुलिस शमी के गांव अमरोहा भी गई जहां पड़ोसियों से बात की। शमी की कुछ रिश्तेदारों से भी बातचीत की, हालांकि शमी से पूछताछ नहीं की गई। बता दें कि हसीन जहां शमी पर गंभीर आरोप लगा चुकी हैं।

उन्होंने फेसबुक पर लड़कियों की कई तस्वीरें शेयर कर शमी पर अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया था। हसीन जहां ने यह भी आरोप लगाया कि उनपर शमी के भाई से संबंध बनाने का दबाव बनाया गया था।

साभार- जनसत्ता