शम्सआबाद एयरपोर्ट से बैरूने मुल्क सफ़र पर फ़ीस में इज़ाफ़ा

हैदराबाद 31मई: हैदराबाद से बैरूने मुल्क रवाना होने वाले मुसाफ़िरें की यूज़र डेवलपमेंट फ़ीस में एक मर्तबा फिर इज़ाफ़ा किया गया है। इस भारी इज़ाफे के असरात हैदराबाद से फ़िज़ाई सफ़र करने वालों की तादाद में गिरावट रिकार्ड की शक्ल में मुरत्तिब हो सकते हैं। हैदराबाद तेरानगाह पर वसूल किए जानेवाले यूज़र डेवलपमेंट चार्जस मुल्क की दुससे तेरानगाह के मुक़ाबिले सबसे ज़्यादा हैं। यक्म जून से राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैदराबाद से जो बैन-उल-अक़वामी मुसाफ़िरीन रवाना होंगे उन्हें यू डी एफ़ के तौर पर 1955 रुपये अदा करने पड़ेंगे। जबकि अंदरून-ए-मुल्क सफ़र करने वालों से 495 रुपये वसूल किए जा रहे हैं। हिंदुस्तान में मौजूद तेरानगाहों में वसूल किए जानेवाले यूज़र डेवलपमेंट फ़ीस के सबब ना सिर्फ मुसाफ़िरीन को इज़ाफ़ी माली बोझ बर्दाश्त करना पड़ रहा है बल्के हैदराबाद तेरानगाह से बैन-उल-अक़वामी परवाज़ें चलाने वाली कंपनीयों को भी मसाइल का सामना करना पड़ रहा है और वो मुसाफ़िरीन के सवालात का जवाब नहीं दे पा रहे हैं।

राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जो यू डी एफ़ वसूल किया जा रहा है इस पर कई मर्तबा शिकायात की जा चुकी हैं लेकिन इस के बावजूद मर्कज़ी वज़ारत शहरी हवा बाज़ी की तरफ से यू डी एफ़ में इज़ाफे की इजाज़त फ़राहम किए जाने से मुसाफ़िरीन में नाराज़गी पैदा हो रही है।

बावसूक़ ज़राए से मौसूला इत्तेलाआत के मुताबिक 28 मई को इस बात का फ़ैसला किया गया है कि मुल्क के तमाम एयरपोर्टस के यू डी एफ़ चार्जस में तरमीम की जाये।इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ज़रीये फ़िज़ाई सफ़र करने वाले बैन-उल-अक़वामी मुसाफ़िरीन से सलाब सिस्टम में यू डी एफ़ वसूल किया जाता है 2000 किलो मीटर की मुसाफ़त तक के मुसाफ़िरीन से 651रुपये वसूल किए जा रहे हैं जबकि 2000 ता 5000 कीलोमीटर के बीच की मुसाफ़त में सफ़र करने वाले मुसाफ़िरीन से 1030 वसूल किए जाते हैं और 5000 किलो मीटर से ज़्यादा मुसाफ़त तए करने वाले मुसाफ़िरीन के लिए 1301 यू डी एफ़ मुख़तस किया गया है इसी तरह अंदरून-ए-मुल्क सफ़र करने वाले मुसाफ़िरीन को दो हिस्सों में तक्सीम किया गया है जिनमें 500 किलो मीटर तक की मुसाफ़त वाले मुसाफ़िरीन से 282 रुपये वसूल किए जा रहे हैं जबकि 500 कीलोमीटर से ज़्यादा की मुसाफ़त तए करने वाले मुसाफ़िरीन के लिए 564 रुपये वसूल किए जाऐंगे। इसी तरह मुंबई एयरपोर्ट पर आमद पर अलाहिदा अलाहिदा यू डी एफ़ वसूल किया जा रहा है।

अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बैन-उल-अक़वामी मुसाफ़िरीन से 478 रुपये वसूल किए जा रहे हैं जबकि अंदरून-ए-मुल्क मुसाफ़िरीन के लिए 127 रुपये फ़ीस मुख़तस है।मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बैरूनी सफ़र करने वाले मुसाफ़िरीन से 631बतौर यू डी एफ़ वसूल किए जाएं जबके अंदरून-ए-मुल्क मुसाफ़िरीन को 316 रुपये अदा करने होंगे।

हैदराबाद एयरपोर्ट पर वसूल की जाने वाली सबसे ज़्यादा यूज़र डेवलपमेंट फ़ीस में तख़फ़ीफ़ के लिए मर्कज़ी सतह पर नुमाइंदगी की जाना ज़रूरी है। इस सिलसिले में रियासती हुकूमत और रियासत के अरकाने पार्लियामेंट फ़ैसला करते हुए मर्कज़ी वज़ारत शहरी हवाबाज़ी से नुमाइंदगी करते हैं तो ना सिर्फ मुसाफ़िरीन को फ़ायदा हासिल होगा बल्के दुसरे बैन-उल-अक़वामी एयरलाइन्स की तरफ से हैदराबाद से मुख़्तलिफ़ मुक़ामात तक रास्त परवाज़ों का आग़ाज़ हो सकता है य फ़िलहाल हैदराबाद से नई एयरलाइन्स अपनी परवाज़ों के आग़ाज़ में संजीदगी नहीं दिखा रही हैं बल्के यू डी एफ़ में किए जानेवाले इज़ाफे पर गहिरी नज़र मर्कूज़ किए हुए और ये कहा जा रहा है कि अगर इसी रफ़्तार में यू डी एफ़ में इज़ाफे़ का सिलसिला जारी रहा तो इस का असर मुसाफ़िरीन की तादाद पर पड़ सकता है।