शम्साबाद एयरपोर्ट जी एम आर अवार्ड फंक्शन में जाएनमाज़ों का इस्तेमाल

राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट जिसे मौक़ूफ़ा अराज़ी पर मस्जिद उमर फ़ारूक़ (रह) की शहादत, आशूर ख़ाना और क़ब्रिस्तान के वजूद को मिटा कर वजूद में लाया गया है। अब एक बार मुसलमानों की दिल आज़ारी के लिए दानिस्ता मज़हबी तौहीन का मुर्तक़िब हुआ है।

बावसूक़ ज़राए से हासिल होने वाली इत्तिलाआत के मुताबिक़ दो दिन क़ब्ल एयरपोर्ट इंतेज़ामीया की जानिब से एक अवार्ड फंक्शन का “10 million happy flyers this year” के मौज़ू पर एहतेमाम किया गया था।

जिस में इस एयरपोर्ट के उस हॉल से जाएनमाज़ें लाई गईं जिस पर एयरपोर्ट के मुस्लिम मुलाज़मीन और मुसाफ़िरीन नमाज़ें अदा करते हैं और फिर इन जाएनमाज़ों को इस अवार्ड फंक्शन के लिए इस्तेमाल किया गया।

इस मुआमले का सब से तौहीन आमेज़ पहलू ये है कि इस फ़न्कशन में मौजूद एयरपोर्ट के ओहदेदार, मुलाज़मीन और दीगर अफ़राद इन मुक़द्दस जाएनमाज़ों को अपने जूतों से रौंदते नज़र आए।

हुकूमत और मुताल्लिक़ा ज़िम्मेदारों को चाहीए कि वो एयरपोर्ट इंतेज़ामीया की इस तौहीन आमेज़ और नाज़ेबा हरकत का सख़्त नोट ले और इस बात को यक़ीनी बनाए कि ये लोग दोबारा ऐसी हरकत ना कर सकें।