गुमला/रांची 30 जून : जुमे की रात 8.15 बजे से 9.20 बजे तक सदर नक्सल मुतासिर गुमला का सदर अस्पताल शराबी लोगों के कब्जे में रहा। इस दौरान शराबी ने जमकर फसाद मचाया। ड्रेसिंग रूम और दरवाजे का शीशा तोड़ दिया।
अस्पताल में रखे फूल का गमला उठाकर पटक दिया। जब डयूटी पर मौजूद डॉक्टर डीके पांडेय और डॉक्टर कृष्णा प्रसाद ने एहतेजाज किया, तो शरिबियों ने डॉ. पांडेय की पिटाई कर दी। डर से डॉक्टर किनारे हो गए। फार्मासिस्ट बुद्धदेव साहू मामले की जानकारी लेने पहुंचे, तो शराबियों ने उन्हें भी पीटा। फिर कांच के टुकड़े को कान में डाल दिया। उनका मोबाइल लूट लिया। दराज में रखे पांच हजार रुपए भी लूट लिए।
शराबियों के तशद्दुद की इत्तेलात पर पहुंचे अस्पताल के प्रायवेट सिक्यूरिटी गार्ड वीरेंद्र सिंह, नीलांबर सिंह व रंजीत तिर्की ने पहले फार्मासिस्ट बुद्धदेव को शराबी सख्स की चंगुल से छुड़ाया। जब वे लोग शराबी सख्स को पकडऩे लगे, तो शराबियों ने सिक्यूरिटी गार्ड पर हमला कर दिया और सभी को पीटा। डयूटी पर तैनात नर्सो के साथ छेड़छाड़ की। शराबियों के फसाद से अस्पताल में इलाजरत मरीज और उसके अहले खाना डर से अपने वार्ड में दुबके रहे। इस उत्पात में हमलावर सख्स भी जख्मी हुआ।
करमटोली के राजा उरांव का कलाई शीशा तोडऩे से कट गया। हाथ से खून बहने लगा। इसके बाद सभी सख्स भाग गए। शराबियों के फसाद की इत्तेला रात साढ़े नौ बजे पुलिस को दी गई। सदर थाना के पुअनि मोहम्मद एस खान, पुलिस राजीव रंजन कुमार, जेना उरांव, विजय उरांव व पूरन किस्कू अस्पताल पहुंचे। लेकिन तबतक हमलावर अफराद भाग निकले थे।