हैदराबाद 03 अक्टूबर: डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह से मुलाक़ात करते हुए यकसाँ सिविल कोड के नफ़ाज़ के ज़िमन में हैदराबाद के अलावा मुल्क के मुसलमानों में पाई जाने वाली बेचैनी से वाक़िफ़ किराया और उन से ख़ाहिश की के मर्कज़ी हुकूमत एसा कोई कदम उठाने से परहेज करें जिससे मुस्लिम पर्सनल ला में मुदाख़िलत होती हो।
मुहम्मद महमूद अली ने दिल्ली में राजनाथ सिंह से अपनी मुलाक़ात के दौरान तलाक़ और मुसलमानों की एक से ज़ाइद शादीयों के मसले पर मुक़द्दमात के तनाज़ुर में मुसलमानों में पाई जाने वाली बेचैनी से वाक़िफ़ कराते हुए बताया कि सारे मुल्क के मुसलमानों में ये डर पाया जाता है कि मर्कज़ी हुकूमत कॉमन सिविल कोड के नफ़ाज़ का माहौल पैदा कर रही है।
उन्होंने हैदराबाद में होने वाले मीटिंग्स का भी हवाला देते हुए कहा मुस्लमान शरीयत इस्लामी में किसी किस्म की तबदीली और मुदाख़िलत को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करते हैं क्युं कि ये क़वानीन इन्सानों के तैयार करदा नहीं हैं बल्कि अल्लाह और इस के रसूल (सल्लललाहु अलैहि वसल्लम) के अहकामात के ताबे हैं।
राजनाथ सिंह ने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली को यकीन दिया कि मर्कज़ी हुकूमत शरीयत इस्लामी में किसी किस्म की मुदाख़िलत का कोई इरादा नहीं रखती और ना ही हुकूमत कॉमन सिविल कोड के लिए कोई कदम उठा रही है।