शर्मनाक: इस्लामिक स्कॉलर को पाकिस्तानी बताकर केजरीवाल ने रावण के साथ दहन किया

 

इस्लामिक स्कॉलर एडवोकेड सैयद फैज़ को रावण बनाकर पुतला जलाए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। सोशम मीडिया पर बहुत से लोगों ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि अरविन्द केजरीवाल ने आखिर ऐसा क्यों किया। मामला यह है कि मंगलवार को अरविन्द केजरीवाल और उनके समर्थकों ने रावण का पुतला दलन किया, जिसमें रावण के दस सर की जगह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पाक सेना प्रमुख राहील शरीफ और हाफिज सईद जैसे लोगों के साथ सैयद फैज़ का भी पुतला बनाकर जलाया। सवाल यह उठाया जा रहा है आखिर सैयद फैज़ जैसे इस्लामिक स्कॉलर को अरविन्द केजरीवाल और उनके समर्थकों ने पाकिस्तानी आतंकियों की फेहरित में किस आधार पर डाला।

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सैयद फैज़ इस्लामिक रिसर्च सेंटर (आईआरसी) नाम की एक गैर-लाभकारी संगठन चलाते हैं। फैज सैयद इस संस्था के अध्यक्ष हैं। आईआरसी इस्लामिक और गैर-इस्लामिक शिक्षाओं का प्रसार करता है। संस्था का कहना है कि वो इस्लाम के बारे में गलत धारणाओं को दूर करने के लिए बना है। यह संस्था सामाजिक और कल्याणकारी सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गरीब और जरूरतमंद लोगों बीच काम करता है। यह जरूरतमंदों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराता है। सैयद फैज़ और उनकी संस्था के कई वीडियो यू ट्यूब पर मौजूद हैं।

https://www.youtube.com/watch?v=iCdm5Zp5Pkg&feature=youtu.be

सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल उठाया है कि क्या भारतीय संविधान किसी भारतीय नागरिक का पुतला रावण के साथ जोड़कर जलाने की इज़ाज़त देता है? लोगों का आरोप है कि यह सिर्फ एक समुदाय विशेष के साथ नफरत दर्शाने के लिए किया गया है। यह आरोप सीधे अरविन्द केजरीवाल पर लग रहे हैं। कई लोगों ने फेसबुक पर लिखा है कि अरविंद केजरीवाल को इसके लिए मुस्लिम समाज से माफ़ी मांगनी चाहिए।