पणजी: मल्टीप्लेक्स में फ़िल्म देखने गए एक अपाहिज को यहाँ उस वक़्त हिंसा का सामना करना पड़ा जब वो राष्ट्रगान के वक़्त खड़ा नहीं हो सका. अपनी बीमारी की वजह से व्हील चेयर के सहारे चलने वाले सलिल चौधरी को उस वक़्त अपनी ज़िन्दगी के सबसे बुरे दिनों में से एक देखना पड़ा जब उन्हें बिना बात के “छदम” देशभक्तों द्वारा पीटा जाने लगा.
सलिल चौधरी लेखक हैं और उनकी तारीफ़ अमिताव घोष जैसे लेखक भी कर चुके हैं.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी ख़बर के मुताबिक़ सिनेमा हॉल में फ़िल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान जब चलाया जाने लगा तो हॉल में बैठे सभी लोग सम्मान में खड़े हो गए लेकिन सलिल अपनी बीमारी की वजह से बैठे ही रहे. इस बात का एक दंपत्ति ने बहुत बुरा माना और आदमी सलिल को बुरी तरह पीटने लगा. औरत बार बार ये बात कह रही थी कि राष्ट्रगान के समय भी नहीं खड़ा हुआ और आदमी बुरी तरह से पीट रहा था.
जिस्मानी तौर पर लगी चोटों को दरकिनार करते हुए इस घटना के तुरंत बाद चौधरी ने उस दम्पति से कहा, “आप रिलैक्स क्यूँ नहीं करते,… आप लोगों को नहीं समझ आएगा कि बात क्या है, आप लोगों को कभी ये पता चलेगा भी नहीं”
धारे धीरे जब दम्पति को एहसास हुआ कि उनसे कुछ ग़लती हुई है तो वो भाग खड़े हुए.
17 अक्टूबर को हुई इस घटना के बाद सलिल ने कहा कि वो अब शायद कभी फ़िल्म देखने ना जा पायें. उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना के बाद वो डर गए हैं. हालाँकि उन्होंने कहा कि अगर वो पैरों पे खड़े हो भी सकते और कोई इस तरह ज़बरदस्ती करता तो वो ना ही खड़े होते.
“मेरे पिता एयर फाॅर्स में थे, मैंने देश के लिए व्हील चेयर पे ऑस्ट्रेलियाई ओपन खेला है,” उन्होंने आगे कहा.