कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा है कि अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत मामले में जांच सुरक्षा एजेंसियों को जो सहयोग करना होगा वो करेंगे। थरूर ने रविवार को कहा कि उनके पास जो भी जानकारी है वह पहले भी सुरक्षा एजेंसियों को दे चुके हैं और आगे भी इस मामले में जांच में सहयोग करने को तायार हैं।
हालांकि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “इस मुद्दे के निष्कर्ष को देखने के लिए इस देश में मुझसे ज्यादा चिंतित कोई नहीं हो सकता। मैं जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग दूंगा। लेकिन जो लोग केवल पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं उनका सहयोग नहीं करूंगा।”
इससे पहले हाईकोर्ट में शशि थरूर के सौतेले बेटे शिव मेनन ने अपील करके भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका को चुनौती दी थी। शिव मेनन ने शनिवार को दिल्ली हाई कोर्ट में स्वामी की उस याचिका को चुनौती दी है, जिसमें उन्होंने सुनंदा पुष्कर के मौत की अदालत की निगरानी में जांच कराने की मांग की थी।
थरूर के बेटे ने कहा था कि वो बेहद तनाव के दौर से गुजर रहे हैं कि उनकी मां का नाम सार्वजनिक बहस का विषय बन गया है। उन्होंने कहा था कि इसके मामले में अफवाहें और अटकलें लगाई जाती हैं, जिससे उन्हें बेहद दुख होता है। मेनन के वकील विकास पाहवा ने न्यायमूर्ति जी.एस.सिस्तानी से कहा कि सुनंदा पुष्कर की मौत से संबंधित मामले में स्वामी द्वारा याचिका दाखिल करने का कोई अधिकार नहीं बनता।
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 जुलाई को रखी है। गौरतलब है कि 17 जनवरी 2014 को सुनंदा पुष्कर दिल्ली के होटल लीला के कमरे में मृत पाई गई थीं।