अब जबकि मक़्तूल पाकिस्तानी सयासतदां सलमान तासीर के मग़्विया फ़र्ज़ंद शहबाज़ तासीर के अग़वा को कई माह का अर्सा गुज़र चुका है और वो अग़वा कारों की क़ैद में हैं, वहीं दूसरी तरफ़ शहबाज़ तासीर के अरकान ख़ानदान ने बताया कि अग़वा कारों से बातचीत अपने आख़िरी मराहिल में है और उन्हें तवक़्क़ो है कि शहबाज़ अग़वा कारों के चंगुल से जल्द आज़ाद हो जाएंगे।
शहबाज़ तासीर के छोटे भाई शहरयार तासीर ने कहा कि उन्हें पूरी उमीद है कि बड़े भैया बहिफ़ाज़त घर लौट आएँगे। अग़वा कारों से बातचीत का सिलसिला जारी है और उन्हें पूरी तवक़्क़ो है कि बड़े भैया जल्द ही हमारे साथ होंगे। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि शहबाज़ को अगस्त 2011 में लाहौर के गुलबर्ग इलाक़ा से अग़वा किया गया था जबकि अग़वा से सिर्फ़ सात माह क़बल उन के वालिद सलमान तासीर को पुलिस गार्ड मुमताज़ कादरी ने ईस्लामाबाद में कत्ल कर दिया था। दरीं असना कल लाहौर और ईस्लामाबाद में सलमान तासीर की दूसरी बरसी मनाई गई।