शहरों के मुक़ाबले देही इलाक़ों में मोबाईल रखने वालों की तादाद ज़्यादा

शहरों के मुक़ाबले देही इलाक़ों में मोबाईल रखने वालों की तादाद ज़्यादा
नई दिल्ली।2 सितंबर ( एजैंसीज़) तीसरी नसल की मुवासलाती ख़िदमात 3G और ऑप्रेटर बदलने की सहूलत मोबाईल नंबर पोरटीबलीटी (ऐम एन पी) शुरू होने की वजह से मुल्क के देही इलाक़ों ने मोबाईल फ़ोन के नए कनक्शन की मांग में शहरी इलाक़ों को पीछे छोड़ दिया है। हिंदूस्तानी मुवासलाती सरबराही अथॉरीटी (ट्राई) के ज़रीया जारी करदा आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ इस साल जुलाई में शहरी इलाक़ों में मोबाईल इस्तिमाल करने वालों की तादाद में जहां 0.64 फ़ीसद का इज़ाफ़ा दर्ज किया गया है वहीं देही इलाक़ों में इन की तादाद 1.05 फ़ीसद बढ़ी है। ट्राई के मुताबिक़ जुलाई में मुल्क में कुल मिलाकर 85 करोड़ 83 लाख 70 हज़ार मोबाईल रखने वालों की तादाद होई। शहरों में मोबाईल रखने वालों की तादाद 56 करोड़ 57 लाख 10 हज़ार होगई। जून 2011-ए-में 56 करोड़ 21 लाख 20 हज़ार के मुक़ाबले में 0.64 फ़ीसद ज़्यादा है जबकि देही इलाक़ों में जून में मोबाईल रखने वालों की तादाद 28 करोड़ 95 लाख 70 हज़ार थी। जुलाई में 1.05 फ़ीसद बढ़ कर 29 करोड़ 26 लाख 50 हज़ार होगई। ट्राई के मुताबिक़ जुलाई में 2 करोड़ 56 लाख 80 हज़ार मोबाईल रखने वाले अफ़राद ने ऐम एन पी के तहत अपने ऑप्रेटर बदल दिए हैं। इस सर्विस के शुरू होने से जुलाई 2011 तक कुल मिलाकर एक करोड़ 55 लाख 48 हज़ार सारिफ़ीन ने ऑप्रेटर बदले हैं। जून 2011 -ए-में इन की तादाद एक करोड़ 29 लाख 85 हज़ार थी। ऐम एन पी के लिए दरख़ास्त अपने के मुआमले में गुजरात के सारिफ़ीन सब से आगे हैं। गुजरात सर्किल के 15 लाख 51 हज़ार सारिफ़ीन जुलाई 2011-ए-तक इस के लिए दरख़ास्त दे चुके थे