हैदराबाद 31 जनवरी : ( सियासत न्यूज़ ) : दूसरे मरहला के रचा बंडा प्रोग्राम में ग्रेटर हैदराबाद के 150 बलदी डे वीज़नों में 160 दिन में 100 करोड़ के लागत से तरक्कियती कामों का आग़ाज़ करने का चीफ मिनिस्टर यन किरण कुमार रेड्डी ने ऐलान किया था जहां कहीं भी रचा बंडा प्रोग्राम मुनाक़िद हुवा वो मुख़ातब करते हुए ये बात ज़रूर कहते रहे कि शहर में तरक्कियती कामों का आग़ाज़ किया जाएगा । लेकिन अभी तक इस पर अमल आवरी नहीं होपाई है ।
शहर हैदराबाद की सड़कें काफ़ी ख़सताहाल होचुकी हैं । दोनों शहरों की सड़कों के मुतअद्दिद मुक़ामात पर खड्ड पड़ गए हैं । शहर के अंदरूनी हिस्सों की सड़कों की हालत इतनी ख़राब होचुकी है कि इस पर ट्रैफिक का गुज़रना मुश्किल होचुका है । दोनों शहरों में ज़ेर ज़मीन बर्क़ी केबल डालने का काम काफ़ी तेज़ी से जारी है ।
इस के लिए सड़कों की खुदाई की जा रही है लेकिन फ़ौरी तौर पर उस को दरुस्त नहीं किया जा रहा है । शहर के तरक्कियती कामों के लिए 100 करोड़ रुपय की रक़म जारी नहीं की गई यह फिर सिर्फ़ ऐलान किया गया काबिल-ए-ज़िकर बात ये है कि दोनों शहरों की अंदरूनी हिस्सों की सड़कों की हालत काफ़ी अबतर होचुकी है इस बात का तज़किरा बेजा ना होगा कि शहर के मसरूफ़ तरीन इलाक़ा पंजा गट्टा और नमस हॉस्पिटल के पास बस स्टप के करीब काफ़ी खड्ड हैं इस पर तवज्जा नहीं दी जा रही है इसी तरह दोनों शहरों की सड़कों की इतनी ख़राब हालत है बाअज़ मुक़ामात पर ज़ेर ज़मीन बड़ी पाइपलाइन डाली जा रही है ।
सड़कों की खुदाई करने के बाद फ़ौरी तौर पर मुरम्मत नहीं की जाती । वाटर वर्क़्स के पाइपलाइनों की मुरम्मत के लिए खुदाई की जाती है लेकिन फ़ौरी तौर पर दरुस्त नहीं किया जाता है । इस तरह अब ग्रेटर हैदराबाद की सड़कें को काफ़ी ख़सताहाल होचुकी है फ़ौरी तौर पर सड़कें बिछाने की ज़रूरत है इस के लिए बलदिया के यहां फंड्स की कमी है ये कारपोरेटरस का भी कहना है ।।