शहर में डीज़ल कारों की मांग बढ़ गई

पैट्रोल की कीमतों में बेतहाशा इज़ाफ़ा(बढ़ोत्री) के बाद अब हैदराबाद शहर में कार के खरीदार पैट्रोल की बजाय डीज़ल से चलने वाली कारों की खरीदी को तरजीह दे रहे हैं । डीज़ल कारों की बढ़ती हुई मांग की वजह से अब डीज़ल की कारों के खरीदारों को चार ता छः माह का इंतिज़ार करना पड़ रहा है ।

डीज़ल कारें मारूति Dzire Sx4 या Ertiga मक़बूल हैं और कार खरीदने वाले डिलीवरी के लिये छः माह इंतिज़ार करने पर मजबूर हैं । गुज़शता(पिछले) साल की बनिसबत इस साल तीस फीसद कारों के खरीदार डीज़ल कारों की खरीदी को तरजीह दे रहे हैं ए पी मोटर व्हीकल डीलर्स असोसी एष्ण के सदर नशीन पी टी चौधरी ने ये बात बताई ।

उन्हों ने कहा कि पैट्रोल की कीमतों में इज़ाफ़ा(बढ़ोत्री) की वजह से बेशतर खरीदार फ्यूल बचत पर तवज्जा मर्कूज़ किये हुए हैं ना सिर्फ नई कार खरीदने वाले बल्कि उस वक़्त जिन के पास पैट्रोल कारें हैं और जो हर माह 200 किलो मीटर से ज़्यादा सफ़र नहीं करते वो भी फ्यूल के अख़राजात बचाने के लिये डीज़ल कारें खरीद रहे हैं ।

खरीदारों का लाईफ़ स्टाइल भी डीज़ल कारों की फ़रोख़त में इज़ाफ़ा(बढ़ोत्री) की एक वजह है । दूसरी रियासतों की बनिसबत आंधरा प्रदेश में बेशतर कार मालकीन अपनी कारों में ही तवील मुसाफ़त(लमबी सफर) तै करने को तरजीह देते हैं ।

राधा कृष्णा आटो मोबाईलस पराईवेट लिमिटेड के जनरल मैनिजर अनील कुमार जिकाना ने कहा कि हर माह हम तक़रीबन 30 पैट्रोल कारें फ़रोख़त करते हैं लेकिन अब 160 डीज़ल कारें फ़रोख़त हुई हैं । इन में छोटी कारें और Sedan शामिल हैं ।।