हैदराबाद में तलाक़ से ज़्यादा खुला का रुजहान

हैदराबाद 27 फरवरी: शहरे हैदराबाद में तलाक़ से ज़्यादा खुला के रुजहान में इज़ाफ़ा हुआ है जोकि इंतेहाई तशवीशनाक बात है। हैदराबाद में तलाक़-ओ-खुला के मुताल्लिक़ तफ़सीलात उस वक़्त मंज़रे आम पर आई जब हुकूमत तेलंगाना की तरफ से क़ायम करदा कमीशन आफ़ इन्क्वारी ने डॉ मुहम्मद इर्फ़ान की तरफ से रिपोर्ट पेश की गई।मुहम्मद इर्फ़ान ने जोकि एक रिसर्च स्कॉलर हैं, अपनी रिपोर्ट में तलाक़-ओ-खुला की शरह के मुताल्लिक़ तफ़सीलात दर्ज की हैं जिसमें इस तशवीशनाक बात का इन्किशाफ़ हुआ है।

शहरे हैदराबाद में क़ज़ात से रुजू होते हुए जनवरी ता नवंबर 2015 के दौरान जो तलाक़ हुई हैं उनकी तादाद 7 है जबकि ईसी मुद्दत के दौरान 380 ख़वातीन ने खुला तलब करते हुए दावा पेश किया था जिनकी तलाक़ वाक़्ये हो गई। ईसी तरह 2014 में शहरे हैदराबाद में 20 तलाक़ वाक़्ये हुई और 575 ख़वातीन ने खुला हासिल करते हुए अलाहिहदगी इख़तियार करली।

सुधीर कमीशन आफ़ इन्क्वारी में पेश की गई इस रिपोर्ट में जो आदाद-ओ-शुमार फ़राहम किए गए हैं उस के मुताल्लिक़ मुहम्मद इर्फ़ान का कहना है कि शहरे हैदराबाद की क़ज़ात से रुजू होते हुए उन्होंने ये तफ़सीलात हासिल की हैं जिसमें ये तशवीशनाक बात मंज़रे आम पर आई है।

हालिया अरसा में खुला तलब करने वाली ख़वातीन की तादाद में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा देखा जा रहा है। इस रिपोर्ट में निज़ामबाद में 1997 ता 2004 के दौरान हुई तलाक़ की तफ़सीलात भी मौजूद है। रिपोर्ट में इस बात का भी तज़किरा किया गया है कि तलाक़ के रुजहान में हो रहे इज़ाफे से निमटने की ज़रूरत हैं।