रमज़ानुल मुबारक रहमतों मग़फ़िरतों , नेअमतों और बरकतों वाला महीना है । खासतौर पर रमज़ानुल मुबारक के दौरान क़ुरआन मजीद की समाअत का ख़ुसूसी तौर पर एहतिमाम किया जाता है । अक्सर लोगों का ये उज़्र होता है कि वो क़ुरआन नहीं पढ़ सकते ।
एसे लोगों को चाहीए कि किसी आलिम हाफ़िज़ और क़ारी से क़ुरआन मजीद पढ़ना सिखें । बहरहाल अब बाज़ार में एसे एलेक्टरानिक क़ुरआन मजीद के नुस्ख़ा दस्तयाब हैं जिस में ना सिर्फ़ मुख़्तलिफ़ ज़बानों में तराजिम मौजूद हैं बल्कि तफ़ासीर के इलावा सीरतुन्नबी(सल.) भी शामिल की गई है ।
आजकल शहर के अहम कुतुबफ़रोशों के पास चीनी साख़ता एलक्टरानिक क़ुरआन दस्तयाब है और उन कुतुब फ़रोशों का कहना है कि वैसे तो माह रमज़ानुल मुबारक में आम महीनों और दिनों की बनिसबत दीनी कुतुब काफ़ी तादाद में लोग खरीदते हैं लेकिन जारीया रमज़ान में चीनी साख़ता एलक्टरानिक क़ुरआन मजीद की तलब में ग़ैरमामूली इज़ाफ़ा हुआ है ।
इंतिहाई जाज़िब-ए-नज़र बॉक्स में एलक्टरानिक क़ुरआन मजीद के साथ एक क़लम नुमा आला रखा गया है जिस में बाज़ाबता तौर पर इंतिहाई छोटे स्पीकर्स नसब किए गए हैं । इस में आवाज़ कम ज़्यादा करने का भी इंतिज़ाम है जब कि हेडफ़ोन के साथ साथ चार्जर भी फ़राहम किया गया है ।
तरीका इस्तिमाल भी आसान है । अहकाम तज्वीद , सबब नाज़िल क़ुरआन अहादीस बुख़ारी शरीफ़ और क़ुरआन के बारे में मालूमात हासिल करने का भी ये एक अहम-ओ-मूसिर ज़रीया है । नूरानी क़ायदा को भी इस पेन के ज़रीया पढ़ा जा सकता है ।
आप को बतादें कि इस पेन में तर्जुमों का सॉफ्टवेयर नसब किया गया है जिस के बाइस लोग अंग्रेज़ी , उर्दू , फ़्रैंच , तेलूगू , मरहट्टी और मलयालम ज़बानों में भी क़ुरआन मजीद के तराजिम सुन सकते हैं ।
शहर के अहम नाशेरीन और कुतुब फ़रोशों बताया कि रमज़ानुल मुबारक में देनी कुतुब की फ़रोख़त में ग़ैरमामूली इज़ाफ़ा हुआ है । स्टाक ख़त्म होचुका है दिल्ली और दीगर मुक़ामात से स्टाक मंगवाए जा रहे हैं ।।