दोनों शहरों हैदराबाद और सिकंदराबाद के बेशतर इलाक़ों में सरब्राही आब मुतास्सिर होने के सबब अवाम में तशवीश पाई जाती है। दोनों शहरों के मुख़्तलिफ़ मुहल्लाजात से ताल्लुक़ रखने वाले अवाम ने इस बात की शिकायत की है कि गुज़िश्ता दो यौम से महकमा आबरसानी की जानिब से नलों के ज़रीया पानी की सरब्राही नहीं की जा रही है जो कि तकलीफ़ का बाइस बनती जा रही है।
महकमा आबरसानी के ओहदेदारों का कहना है कि बाअज़ इलाक़ों में आबरसानी के मसाइल के लिए मुक़ामी ओहदेदार और लाइनमैन ज़िम्मेदार हैं जबकि महकमा की जानिब से किसी किस्म की सरब्राही में रुकावट पैदा नहीं की जा रही है।
बेशतर मुहल्लाजात में अवाम पीने के पानी के लिए बोतल बंद पानी ख़रीदने लगे हैं लेकिन सल्लम इलाक़ों के इलावा ग़रीब अवाम जो इस पानी को ख़रीदने के मुतहम्मिल नहीं हैं वो बोरवेल का पानी इस्तेमाल करने पर मजबूर हैं।
महकमा के ओहदेदारों का कहना है कि जिन इलाक़ों में कम प्रेशर के मुताल्लिक़ शिकायात मौसूल हो रही हैं इन इलाक़ों का मजमूई एतबार से जायज़ा लेने के बाद महकमा इस नतीजा पर पहुंचा है कि इन मख़सूस इलाक़ों में जहां नलों में कम प्रेशर से पानी आ रहा है वहां मुतमव्विल तबक़ा की जानिब से पानी की मोटरों का इस्तेमाल इस का सबब है।