रियासत आंध्र प्रदेश में साल 2013 में मजमूई तौर पर जराइम की शरह बढ़ गई और ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम में इज़ाफ़ा हुआ। डायरेक्टर जनरल पुलिस वि प्रसाद राव ने सालाना प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि साल 2013 में रियासती पुलिस को कई मसाइल का सामना करना पड़ा।
तेलंगाना और समैक्या आंध्र एहतेजाज से बख़ूबी निमटा गया। उन्होंने बताया कि रियासत भर में जुमला 95 नियम फ़ौजी दस्तों की कंपनीयां और 31ए पी एस पी की कंपनीयों को एहतेजाजी मुज़ाहिरों से निमटने के लिए मुतय्यन किया गया था।
प्रसाद राव ने बताया कि तूफ़ान हेलन और फ़ाइलुन और लेहर से हुई तबाह कारीयों के बाद राहत कारी कामों में आंध्र प्रदेश पुलिस ने नुमायां रोल अदा किया है।
उन्होंने इन्किशाफ़ किया कि नेशनल डीसासटर रिस्पांस फ़ोर्स की तर्ज़ पर आंध्र प्रदेश स्टेट डीसासटर रिस्पांस फ़ोर्स भी क़ायम की जा रही है।
प्रसाद राव ने ये दावा किया कि साल 2013 में इंतिहापसंदी में 35 फ़ीसद की कमी हुई है चूँकि 163 इंतहापसंदों को गिरफ़्तार किया गया है जबकि 76 इंतहापसंदों ने पुलिस के रूबरू ख़ुद सुपुर्दगी इख़तियार की है। हैदराबाद-ओ-सिकंदराबाद और साइबराबाद में सेक्योरिटी से मुताल्लिक़ तफ़सीलात का इन्किशाफ़ करते हुए उन्होंने बताया कि इन इलाक़ों में 500 से ज़ाइद सी सी टी वी कैमरे नसब करने का मंसूबा तैयार किया गयाहै चूँकि बम धमाकों के बाद आंध्र प्रदेश पब्लिक सेफ़्टी एनफोर्समेंट बिल साल 2013 के तहत हर तिजारती इदारे को सी सी टी वी कैमरा नसब करना लाज़िम है।